ST.News Desk : भारतीय सेना के कैप्टन और उनकी मंगेतर के साथ ओडिशा के भरतपुर पुलिस स्टेशन में हुई बर्बरता का मामला अब गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। मंगेतर ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की।महिला और पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में भारी असमानता देखी जा रही है। रविवार रात को गिरफ्तार की गई महिला को उच्च न्यायालय ने जमानत पर रिहा कर दिया। जमानत मिलने के बाद, उसने बाहर आकर 16 सितंबर को हुई घटनाओं का खुलासा किया।
महिला ने बताया कि रात के समय जब वह अपने साथी के साथ घर लौट रही थी, तब कुछ युवकों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस स्टेशन पहुंचने पर, उसे और उसके साथी को मदद के बजाय दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। यह मामला अब गंभीरता से जांच के दायरे में है, और इससे पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं।
सैन्य अधिकारी की महिला मित्र ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसके साथ यौन उत्पीड़न हुआ। रविवार रात को भरतपुर थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा गिरफ्तार की गई महिला को उच्च न्यायालय ने जमानत पर रिहा कर दिया। महिला ने संवाददाताओं से कहा कि वह अपने दोस्त, सेना अधिकारी के साथ देर रात करीब एक बजे अपना रेस्तरां बंद कर घर लौट रही थी तभी कुछ युवकों ने उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। उसने कहा कि इसके बाद वे मदद मांगने के लिए भरतपुर थाने गए। महिला ने आरोप लगाया, ‘‘जब हम प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे तो वहां एक महिला सिपाही सादी वर्दी में थी। हमने उनसे प्राथमिकी दर्ज करने और बदमाशों को पकड़ने के लिए एक गश्ती वाहन भेजने के लिए कहा। मेरी मदद करने के बजाय, उसने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया।’’
वर्तमान में भुवनेश्वर स्थित एम्स में इलाज करा रही महिला ने कहा कि कुछ देर बाद और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे और उनके दोस्त से शिकायत लिखने को कहा। महिला ने आरोप लगाया, ‘‘मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, उन्होंने उसे (सैन्य अधिकारी) को हवालात में डाल दिया। जब मैंने अपनी आवाज तेज करते हुए कहा कि वे (पुलिस) सेना के अधिकारी को हिरासत में नहीं रख सकते तो दो महिला अधिकारियों ने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी।’’ महिला ने कहा कि उसने जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की और जब महिला पुलिसकर्मियों ने उसकी गर्दन पकड़ने की कोशिश की तो उसने एक महिला पुलिसकर्मी के हाथ पर काट लिया। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसके हाथ और पैर बांधकर उसे एक कमरे में बैठा दिया।
महिला के मुताबिक, ‘‘कुछ समय बाद एक पुरुष अधिकारी ने दरवाजा खोला और मेरी छाती पर कई बार लात मारी।’’ उसने आरोप लगाया, “कुछ देर बाद एक पुरुष अधिकारी ने दरवाज़ा खोला और मेरे स्तनों पर कई बार लात मारी। उसने मेरी और अपनी पैंट भी नीचे कर दी। उसने अपना प्राइवेट पार्ट दिखाते हुए मुझसे पूछा कि तुम कब तक चुप रहना चाहती हो।” घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने डीजीपी से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। एनसीडब्ल्यू ने एक्स पर पोस्ट किया, “डीजीपी को एक औपचारिक पत्र भेजा गया है, जिसमें 3 दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है। तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की उम्मीद है।” इस बीच, चंदका पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिन्होंने कथित तौर पर सेना अधिकारी और महिला के साथ दुर्व्यवहार किया था।