प्रतिबंधित लॉटरी का करोबार झारखंड में तेजी से पांव पसार रहा है. अवैध ढंग से मटका खेलाने के धंधे से जुड़े लोगों ने ही लॉटरी खेलाना भी शुरू कर दिया है. रांची में मटका किंग के नाम से चर्चित विजय सिंह खुद को तो इससे अलग रखे हुए हैं, लेकिन उसका ही सिंडिकेट शहर में अवैध लॉटरी का भी कारोबार देख रहा है. जांच एजेंसियों की पड़ताल में सामने आया है कि शहर के अलग-अलग हिस्सों में लॉटरी खेलाने के लिए एजेंट नियुक्त हैं, जो समय पर अपने अड्डे पर पहुंच कर टिकटों की बिक्री करते हैं. प्रदेश भर में हर माह अवैध लॉटरी का करोबार लगभग 500 करोड़ का है. सिर्फ रांची में ही रोजाना 50 लाख का अवैध सट्टा ऑनलाइन और ऑफलाइन खेला जाता है.
राजधानी के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र का रहनेवाला आनंद वर्मा और लोअर बाजार इलाके के बंटी खान का लॉटरी-मटका के करोबार में दबदबा है. शहर में 50 से ज्यादा जगहों पर मटका खेलाया जा रहा है और वहीं से ऑनलाइन लॉटरी का धंधा संचालित हो रहा है. इस कारोबार से जुड़े लोगों का जेल आना -जाना लगा रहता है. लेकिन मटका-लॉटरी के अवैध कारोबार में वहीं होता है, जो ये लोग चहते हैं. उनके अवैध करोबार से वहीं जुड़ सकता है, जो उनके इशारों पर काम करता है.
रांची में बंटी खान गैंग बड़ा इलाका देख रहा है. कारोबार में बंटी के साथ रिजवान-सुहैल गैंग, राजा हामिद गैंग, डोरंडा का बुल्लू, मोइन और जुम्मन का गैंग भी शामिल है. इन सबका काम मेन रोड, पत्थलकुदवा, कांटाटोली, रतन टाकिज, डोरंडा समेत अन्य इलाकों में चलनेवाले अवैध लॉटरी और मटका काउंटर को संभालना है. शहर के सात थाना क्षेत्रों में 20 जगह मटका और अवैध लॉटरी का खेल खुलेआम संचालित हो रहा है.
लोअर बाजार थाना क्षेत्र के खादगढ़ा बस स्टैंड, पुलिस टीओपी के पीछे, एमजी रोड में आर अली मॉल के सामने , कलाल टोली, चुटिया व कोतवाली थाना क्षेत्र के सब्जी मंडी, गाड़ीखाना भुईयांटोली, सेवा सदन व बड़ा तालाब के आसपास इलाके, जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के लीचीबगान, जगन्नाथपुर मंदिर के पीछे, बिरसा चौक के आसपास, डोरंडा थाना क्षेत्र के परासटोली, मणिटोला, हाथीखाना, पत्थर रोड, सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के मधुकम, थाना के पीछेवाली गली, इंद्रपुरी रोड नंबर 10, अलकापुरी खादगढ़ा सब्जी मंडी, किशोरगंज संस्कृत कॉलेज के आसपास, नामकुम, मौलाना आजाद कॉलीनी, धुर्वा के डैम साइड, सीटीओ, रातू रोड आईटीआई बस स्टैंड सहित बरियातू थाना क्षेत्र के बरियातू बस्ती के पीछेवाले इलाके, एदलहातू जैसे इलाके में अवैध लॉटरी-मटका का कारोबार बेखौफ चल रहा है.
पुलिस ने रांची सहित प्रदेशभर में कई मटका किंग को चिह्नित कर रखा है. केवल राजधानी में हर माह करोड़ों का अवैध मटका व लॉटरी का खेल होता है. सुखदेवनगर, कोतवाली, चुटिया, मेनरोड, पंडरा, अरगोड़ा आदि क्षेत्र में अवैध मटका व लॉटरी के कारोबार पर अभी भी विजय सिंह का अघोषित कब्जा है. लॉटरी के ऑनलाइन टिकट वाट्स एप पर उपलब्ध करा दिए जाते हैं. वहीं मटका से संबंधित गेस पेपर खुलेआम अड्डों पर उपलब्ध कराया जाता है. गेस पेपर की बोली भी खुलेआम लगती है. रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह, हजारीबाग, सरायकेला, पाकुड़, दुमका, साहिबगंज, जामताड़ा, देवघर, पूर्वी सिंहभूम समेत कई अन्य जिलों में प्रतिबंधित लॉटरी का धंधा जोरशोर से चल रहा है. खास कर बंगाल से सटे झारखंड के जिलों में यह धंधा खूब फलफूल रहा है और लोग इस अवैध धंधे में लाखों गवां रहे हैं. आमतौर पर पहले लॉटरी का कारोबार टिकट बेचकर संचालित कराया जाता था, अब इस अवैध धंधे को डिजिटल रूपदे दिया गया है.
राजधानी रांची सहित सूबे के अन्य जिलों में मटका-लॉटरी का अवैध धंधा खुलेआम हो रहा है. ऐसा नहीं कि पुलिस को इन अवैध धंधों के बारे में जानकारी नहीं है. पुलिस सबकुछ जानते हुए भी इसलिए भी चुप्पी साधे रहती है, क्योंकि मटका-लॉटरी के अवैध धंधेबाज उन्हें हर माह बंधी-बंधाई रकम पहुंचा देते हैं. पुलिस की शह की वजह से अवैध धंधेबाजों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि वे सुखदेवनगर थाना के पीछे, खादगढ़ा बस स्टैंड में पुलिस टीओपी के पीछे बेखौफ मटका खेलाने के साथ लॉटरी टिकटों की बिक्री करते हैं, लेकिन पुलिस चुप्पी साधे रहती है. कई दफा अवैध धंधे के कारण मारपीट व हो हंगामा भी होता है, लेकिन अवैध धंधेबाज खुद मामला सलटा देते हैं.