
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि जब राज्य में राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) सत्ता में थे उस वक्त कई गड़बड़ियां हुई और अब उनकी जांच की जा रही है।
दरअसल बिहार सरकार ने उन विभागों द्वारा लिए गए सभी फैसलों की समीक्षा का आदेश दिया है जिनका प्रभार राज्य की पूर्व ‘महागठबंधन’ सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव और राजद के दो मंत्रियों ललित यादव व रामानंद यादव के पास था। कुमार ने इसी संबंध में मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्नों पर यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘गड़बड़ियां हुई हैं..हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे। चीजों की जांच की जा रही है।’ मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले कैबिनेट सचिवालय विभाग की ओर से 16 फरवरी 2024 को जारी एक पत्र में स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, शहरी विकास और आवासन व ग्रामीण कार्य विभागों के अधिकारियों को राज्य में पिछली महागठबंधन सरकार के दौरान लिए गए फैसलों की समीक्षा करने को कहा गया है।
इन सभी विभागों की कमान तेजस्वी यादव के पास थी। इसके अलावा सरकार ने लोक स्वास्थ्य अभियंतण्रविभाग (पीएचईडी) और खान एवं भूविज्ञान विभाग के शीर्ष अधिकारियों को पिछली सरकार में राजद के पूर्व मंत्रियों ललित यादव और रामानंद यादव द्वारा लिए गए निर्णयों की समीक्षा करने को कहा है। राज्य विधानसभा में 12 फरवरी को विास मत में जीत हासिल करने के बाद नीतीश ने आरोप लगाया था कि राजद पिछले शासनकाल में ‘भ्रष्ट आचरण’ में लिप्त थी। नीतीश ने कहा था कि नई सरकार इसकी जांच शुरू करेगी। कुमार ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बयान ‘उनके लिए दरवाजे हमेशा ही खुले रहते हैं’ के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह सहयोगियों और विपक्षियों सभी के साथ हमेशा अच्छे संबंध रखते हैं।

