द.-पश्चिम दिल्ली के वसंत कुंज के रंगपुरी पहाड़ी में एक व्यक्ति ने अपनी चार बेटियों की हत्या कर दी और फिर खुदकुशी कर ली। पुलिस को शुक्रवार सुबह 10.18 बजे घटना के बारे में पीसीआर कॉल मिली। कॉल करने वाले ने हमें बताया कि उसका किराएदार कमरा नहीं खोल रहा है। एक टीम मौके पर गई। बिल्डिंग के मालिक नितिन चौहान ने पुलिस को बताया कि उनके केयरटेकर मोहन सिंह ने उन्हें बताया कि तीसरी मंजिल की सफाई के दौरान फ्लैट नंबर सी-4 से दुर्गंध आ रही थी।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, हीरा लाल 1996 से वसंत कुंज स्थित स्पाइनल इंजरी अस्पताल में बढ़ई का काम कर रहा था। सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि वह 24 सितंबर को घर में दाखिल हुआ था और तब से दरवाजा अंदर से बंद है। एक अधिकारी ने बताया कि बेटियों में से एक अंधी थी और दूसरी को चलने में दिक्कत होती थी, जबकि अन्य की जानकारी अभी भी जांची जा रही है। मृतक परिवार के पड़ोसियों में से एक रतन ने दुर्गंध आने पर पुलिस को सूचना दी। पड़ोसी ने घटना के बारे में बताया
घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस ने पाया कि कमरे का दरवाजा बंद था, जिसके बाद उन्होंने दरवाजा तोड़ने के लिए दिल्ली फायर सर्विस की टीम को बुलाया। कमरे में पांचों के शव पड़े मिले, पास में जहर के खुले पैकेट मिले। साथ ही कूड़ेदान में जूस के टेट्रा पैक और पानी की बोतल मिली। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली एफएसएल, सीबीआई और सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों की टीमों के साथ घटनास्थल की जांच की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटनास्थल पर सल्फाज की पुड़िया मिली थीं, जिससे संकेत मिलता है कि मामला जहर का हो सकता है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार चारों लड़कियों के पेट और गले में लाल रंग का पवित्र धागा बंधा हुआ था। सूत्रों ने बताया कि चारों लड़कियों के शव पहले कमरे में डबल बेड पर पड़े थे और दूसरे कमरे में पुरुष का शव मिला। उन्होंने बताया कि सभी पांच मृतकों के मुंह के पास सफेद झाग पाया गया।