दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से अपने पुराने गठबंधन एनडीए में वापसी कर सकते हैं। दावा यह भी है कि वह कांग्रेस और राजद से पूरी तरीके से नाराज है। पिछले दिनों जब जदयू के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी एक बार फिर से नीतीश कुमार ने संभाली, तभी से इस बात की चर्चा जोरो पर है। इन सब के बीच आज नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी की नई टीम की घोषणा कर दी है। दिलचस्प बात यह भी है कि नीतीश कुमार ने नई टीम में पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह को जगह नहीं दी है।
वहीं, वरिष्ठ नेता केसी त्यागी को कई बड़ी अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई है। नीतीश कुमार ने पार्टी के पुराने नेताओं को महत्व दिया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इतना ही नहीं, पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह के करीबियों की भी छुट्टी हो गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद केसी त्यागी को राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ-साथ सीएम नीतीश का राजनीतिक सलाहकार भी बनाया गया है। वहीं, सांसद आलोक कुमार सुमन को फिर से पार्टी का कोषाध्यक्ष बनाया गया है। कई लोकसभा सांसदों को उनके संगठनात्मक पदों से मुक्त कर दिया गया है। तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा गठित निवर्तमान टीम में 22 महासचिव थे। महासचिव पद से हटाए गए लोगों में उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता धनंजय सिंह और हर्ष वर्धन सिंह समेत अन्य शामिल हैं। जेडीयू सूत्रों के मुताबिक, उनमें पांच लोकसभा सांसद शामिल हैं क्योंकि उनसे आगामी आम चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है। बिहार के मंत्री संजय झा, राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, अली अशरफ फातमी और अफाक अहमद खान को महासचिव पद पर बरकरार रखा गया है। राजीव रंजन पार्टी के प्रवक्ता बने रहेंगे।