crossorigin="anonymous"> पिछले साढ़े 9 साल में नए भारत के दर्शन हुए हैं और उस नए भारत का प्रतिबिंब मुझे यहां नौजवानों में दिख रहा है : जेपी नड्डा - Sanchar Times

पिछले साढ़े 9 साल में नए भारत के दर्शन हुए हैं और उस नए भारत का प्रतिबिंब मुझे यहां नौजवानों में दिख रहा है : जेपी नड्डा

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  • बस्ती में आयोजित ‘सांसद खेल महाकुंभ’ के शुभारंभ करने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा आज पहुंचे थे

उत्तर प्रदेश के बस्ती में आयोजित ‘सांसद खेल महाकुंभ’ के शुभारंभ करने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा आज पहुंचे थे। अपने संबोधन में जेपी नड्डा ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस खेल महाकुंभ के समापन कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। पिछले साढ़े 9 साल में नए भारत के दर्शन हुए हैं और उस नए भारत का प्रतिबिंब मुझे यहां नौजवानों में दिख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर स्थान-स्थान पर खेल महाकुंभ आयोजित हो रहा है। मुझे खुशी है कि 1 लाख लाख विद्यार्थियों और 50 हजार खिलाड़ियों के क्रम से प्रारंभ करते हुए आज साढ़े 3 लाख खिलाड़ी और लगभग साढ़े 4 लाख विद्यार्थी इस महाकुंभ में शामिल हुए हैं।

इस दौरान उन्होंने उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मिमिक्री की भी जिक्र किया और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आप संसद में नेताओं को वाद-विवाद के लिए भेजते हैं। लेकिन कल कुछ लोगों ने संसद में वाद-विवाद की जगह जोकर का, नकल करने का काम पकड़ लिया। कल एक सांसद भारत के उप-राष्ट्रपति की नकल संसद के प्रांगण में ही कर रहा था और कांग्रेस नेता राहुल गांधी उसकी वीडियो बना रहा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिसके बारे में कहा जाता है कि इसका इतिहास 100 वर्ष से भी पुराना है। उस कांग्रेस का नेता किसान पुत्र, जाट पुत्र और ओबीसी के प्रतिनिधि और उप राष्ट्रपति के संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति की तौहीन कर रहा है।

नड्डा ने कहा कि ये लोग कहते हैं कि मोदी हटाओ, मोदी हटाओ। जबकि मोदी जी कहते हैं कि देश आगे बढ़ाओ, देश को आगे ले जाओ। इसलिए मोदी हटाने वालों को 2024 में आपको हटा देना है और देश का विकास करने वाले मोदी जी को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि देश को चलाने के लिए नेतृत्व, नीति, नियम और कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। मैं आज आप सबसे पूछता हूं कि क्या कारण था कि 70 साल से एशियन गेम्स में कभी भी इतने मेडल नहीं आए, जितने इस बार (100 से अधिक) आए हैं। क्या कारण था कि टोक्यो ओलंपिक से पहले भारत कभी भी ओलंपिक में इतने मेडल नहीं ले सका, जितने टोक्यो ओलंपिक में मिलें।


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