
सरना को धर्म की मान्यता देने की मांग पर आदिवासी सेंगेल अभियान (एएसए) के सांकेतिक भारत बंद का आंशिक असर ग्रामीण क्षेत्र में दिखाई दिया. अभियान के सदस्यों ने शनिवार को करनडीह में टाटा हाता मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इस दौरान जमकर नारेबाजी की. बंदी के कारण सड़क के दोनो छोर पर जाम लग गया. काफी देर तक लोग जाम में फंसे रहे. हालांकि परसुडीह थाना प्रभारी रामकुमार वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद थे. जाम का नेतृत्व कर रहे आदिवासी सेंगेल अभियान के केंद्रीय महासचिव विमो मुर्मू ने बताया कि सरना देश के 15 करोड़ आदिवासी (जनजातीय समुदायों) की पहचान है. आदिवासियों के धर्म को मान्यता नहीं देना उनके साथ अन्याय है.

