लेबनान में इस्रइली हमले में हमास के उप प्रमुख सालेह अल-अरौरी के मारे जाने के बाद समूह ने युद्धविराम वार्ता पर रोक लगाने की घोषणा की है। फिलिस्तीनी सूत्रों के अनुसार उन्होंने कतर और मिस्र को बातचीत बंद होने की सूचना दे दी है। कतर और मिस्र इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता कर रहे हैं।
इजरायल के साथ युद्ध में फंसे हमास ने फिलिस्तीनी नेताओं के खिलाफ बढ़ती इस्रइली आक्रामकता और हत्या की योजनाओं के बीच गाजा पट्टी में युद्धविराम तक पहुंचने की किसी भी बातचीत को खारिज कर दिया। इससे पहले, हमास ने माना कि लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगर में हमास कार्यालय को निशाना बनाकर किए गए इस्रइली हमले में हमास पोलित ब्यूरो के उप प्रमुख अल-अरौरी के कई सहयोगी भी मारे गए। लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने कहा कि यह लेबनानी लोगों, सुरक्षा और संप्रभुता पर गंभीर हमला था। घटना पर इस्रइल की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि देश हमास या उसके सहयोगी हिजबुल्लाह की इस्रइली शहरों पर जवाबी कार्रवाई के खिलाफ हाई अलर्ट पर है। आईडीएफ के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा, आईडीएफ (इजरायल रक्षा बल) बहुत उच्च स्तर की तैयारी में है।
हम किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार हैं। ईरान ने मंगलवार को बेरूत में ड्रोन हमले में अल-अरौरी और हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड के दो कमांडरों की हत्या करने के इस्रइल के कदम की ¨नदा की। लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) के अनुसार, लेबनान के प्रधान मंत्री नजीब मिकाती ने भी मंगलवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हुए हमले की कड़ी ¨नदा की।