
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमास और इजराइल के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में ¨नदा करते हुए शुक्रवार को कहा कि पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से नई चुनौतियां उभर रही हैं और अब वक्त आ गया है कि ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों को पूरी दुनिया के व्यापक हित में मिल कर आवाज उठानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने भारत द्वारा आयोजित दूसरे ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ को वचरुअल तौर पर संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने पश्चिम एशिया में हालात से निपटने के लिए बातचीत, कूटनीति तथा संयम बरतने पर जोर दिया है। मोदी ने सम्मेलन में शामिल हुए नेताओं को भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी, जिसमें अहम जोर ‘ग्लोबल साउथ’ अथवा विकासशील देशों के समक्ष पेश आने वाली चुनौतियों से निपटने में रहा।
उन्होंने कहा,‘ वैिक समृद्धि के लिए सबका साथ,सबका विकास जरूरी है। लेकिन हम सब देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से नयी चुनौतियां पैदा हो रही हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ भारत ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हुए भयावह आतंकवादी हमले में ¨नदा की है। संयम के साथ ही हमने बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है। हम हमास और इजराइल के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में ¨नदा करते हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ फोन पर हुई बातचीत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘ राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बातचीत के बाद हमने फलस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजी।

