मुंबई। एक्ट्रेस रवीना टंडन ने अपने बॉलीवुड कॅरियर के बारे में बताते हुए उस समय के बारे में बात की, जब एक्ट्रेस को अक्सर केवल प्रेम संबंधों के रूप में टाइपकास्ट किया जाता था। ‘इंडियाज बेस्ट डांसर 3’ के वीकेंड एपिसोड में रवीना स्पेशल गेस्ट के तौर पर शामिल हुई। उन्होंने कहा, उस समय हीरोइन ओरिएंटेड रोल्स मिलने का मतलब आमतौर पर स्वीट, ब्यूटिफुल करेक्टर्स होते थे, जिनसे हीरोज को प्यार हो जाता था। हालांकि, ‘अक्स‘ में मेरा किरदार अलग और ज्यादा गहरा था। इस पर अपना पर्सपेक्टिव बताते हुए, रवीना ने कहा, उस समय के दौरान, हीरोइन टाइपकास्ट होने को लेकर हिचकिचाती थीं और हम अक्सर खुद को ऐसे रोल्स में पाते हैं जो पिता-बेटी की रिश्ते को चित्रित करती हैं और अक्सर धुनों पर डांस करती हैं। उन्होंने कहा, मैंने जानबूझकर ऐसी फिल्में और गाने लेने का प्रयास किया, जिन्होंने उस इमेज को तोड़ दिया। चाहे वह ‘दमन’ हो जिसने एक संवेदनशील मुद्दे को संबोधित किया हो या ‘अक्स’, जहां मैंने पूरी तरह से नेगेटिव किरदार निभाया हो, और बाद में फिल्म ‘सत्ता’ हो, ये सभी प्रोजेक्ट 90 के दशक के मानदंडों से अलग थे।‘
अरण्यक’ फेम एक्ट्रेस ने कहा: दिलचस्प बात यह है कि मेरे कई गाने बड़े पैमाने पर हिट हुए, कभी-कभी उन भूमिकाओं की गहराई पर प्रभाव डालते थे जिन्हें हम निभा रहे थे। मेरा मानना है कि मेरा कॅरियर शानदार रहा है। आज ‘केजीएफ 2’ और अन्य प्रोजेक्ट्स के साथ एक शानदार शिखर पर पहुंच गयी हूं।रवीना ने कहा, मेरा मानना है कि मेरा सीक्रेट नए किरदारों को अपनाने और उनमें जान डालना है, यही मेरी कला है। हमारे समय में, हमें पर्याप्त काम करने के बाद ऐसी भूमिकाएं चुनने का अवसर मिलता था, लेकिन आजकल, यह ट्रेंड पहले के स्टेज में शिफ्ट हो गया है। उस समय, रोल्स और आकषर्क गाने आदर्श थे, और अपरंपरागत भूमिकाओं में कदम रखना एक साहसी विकल्प जैसा लगता था।