crossorigin="anonymous"> चुनौतीपूर्ण थी भारत की जी20 अध्यक्षता : जयशंकर - Sanchar Times

चुनौतीपूर्ण थी भारत की जी20 अध्यक्षता : जयशंकर

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न्यूयॉर्क। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता ‘चुनौतीपूर्ण’ थी क्योंकि यह ‘बहुत तेजी’ से हो रहे पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण और ‘बहुत गहरे’ उत्तर-दक्षिण विभाजन के बीच हुई।
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के इतर शनिवार को यहां ‘ग्लोबल साउथ के लिए भारत-संयुक्त राष्ट्र : विकास के लिए योगदान’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘हम नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के कुछ हफ्तों बाद मिले हैं, जो ‘एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य’ की थीम पर आयोजित हुआ था। यह चुनौतीपूर्ण शिखर सम्मेलन था। इसकी अध्यक्षता वास्तव में चुनौतीपूर्ण थी।’ विदेश मंत्री ने कहा, यह चुनौतीपूर्ण था क्योंकि हम बहुत तेज पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण के साथ ही बहुत गहरे उत्तर-दक्षिण विभाजन का सामना कर रहे थे लेकिन हमें जी20 के अध्यक्ष के रूप में यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत दृढ़ विास था कि यह संगठन, जिससे दुनिया को इतनी सारी उम्मीदें हैं, वह वैिक वृद्धि और विकास के अपने मूल एजेंडे पर लौट सके।
उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि जी20 के नई दिल्ली शिखर सम्मेलन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए इसकी विकासात्मक संभावनाओं पर विचार करने के वास्ते कई मायनों में नींव रखी। जयशंकर ने इस पर जोर दिया कि जब भारत के पास उसकी जी20 अध्यक्षता के कुछ और महीने बचे हैं तो ‘जी20 अध्यक्षता से पहले और निश्चित तौर पर उसके बाद, हम काफी हद तक एक साझेदार, योगदानकर्ता, सहयोगी रहेंगे ताकि दूसरों को इस पर प्रेरित कर सकें कि विकासात्मक चुनौतियों से कैसे निपटें।’ जब दक्षिण-दक्षिण सहयोग की बात आती है तो ‘हमने बात पर अमल करने का प्रयास किया है।’ उन्होंने यह भी कहा कि जी20 के सबसे महत्वपूर्ण नतीजों में से एक अफ्रीकी संघ को मिली इस समूह की सदस्यता है।
उन्होंने कहा कि यह उचित है कि भारत ने ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ बुलाकर जी20 की अपनी अध्यक्षता शुरू की जो ऐसी कवायद थी जिसमें दक्षिण के 125 देश शामिल हुए।इस कवायद से भारत को यह स्पष्ट हुआ कि ‘ग्लोबल साउथ’ बुनियादी ढांचा संबंधी असमानताओं और ऐतिहासिक बोझ के परिणाम झेलने के अलावा अर्थव्यवस्था के सीमित होने के असर, कोविड-19 के विनाशकारी परिणामों और तनाव एवं विवादों से भी जूझ रहा है।


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