प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को प्रसिद्ध कानूनी विद्वान प्रोफेसर वेद प्रकाश नंदा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि वह भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों के पैराकार थे। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रोफेसर वेद प्रकाश नंदा जी के निधन से गहरा दुख हुआ है। वे एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् थे, जिनका कानूनी क्षेत्र में अमूल्य योगदान है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनका कार्य कानूनी शिक्षा के प्रति उनकी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के एक प्रमुख सदस्य भी थे और मजबूत भारत-अमेरिका संबंधों के पैरोकार थे। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ भारतीय मूल के अमेरिकी शिक्षाविद नंदा अंतरराष्ट्रीय कानून के विशेषज्ञ थे और उन्हें 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
गुजरांवाला (अब पाकिस्तान) में 1934 में जन्मे नंदा का एक जनवरी को डेनवर में निधन हो गया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नंदा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित कानूनी विद्वान प्रोफेसर वेद प्रकाश नंदा जी के निधन से गहरा दुख हुआ। नंदा जी के शानदार करियर को उनकी अकादमिक कठोरता और कानूनी शिक्षा के प्रति गहन प्रतिबद्धता ने आकार दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका में हमारे प्रवासी भारतीयों के एक प्रमुख सदस्य प्रोफेसर नंदा जी ने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में एक अमिट छाप छोड़ी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’’
नंदा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने याद किया कि वह अपने छात्र जीवन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के अखिल भारतीय अध्यक्ष और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के डेनवर विश्वविद्यालय में पिछले 50 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय कानून के एक प्रसिद्ध संकाय सदस्य के रूप में उन्होंने भारतीय-अमेरिकी समुदाय की भलाई में अपार योगदान दिया। उनकी दिवंगत आत्मा को चिर शांति मिले।’’ अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत संधू ने भी नंदा के निधन पर शोक व्यक्त किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सहित कई मंत्रियों ने भी नंदा के निधन पर दुख जताया।