
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले राज्य की भाजपा सरकार को घेरने के उद्देश्य से कथित कमीशनबाजी को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य कांग्रेस नेताओं के ट्वीट को लेकर उठे विवाद के बाद शनिवार को भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई।
प्रदेश भाजपा के अनुसार, पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को यहां पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष तथ्यों के साथ शिकायती आवेदन पत्र सौंपा और प्रियंका के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और अन्य पार्टी नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की मांग की। इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथों लिया और कहा कि वो झूठ और भ्रम फैलाकर उनकी सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने स्वयं इस मामले को दिखवाया है और न तो कथित पत्र लिखने वाले व्यक्ति का पता चला और न ही इस तरह के संगठन का।
भाजपा की ओर से पुलिस को सौंपे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस नेताओं ने षड्यंत्रपूर्वक किसी ठेकेदार एसोसिएशन के नाम से फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर प्रचारित कर जनता को भ्रमित करने और भाजपा की प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास किया। इसलिए ऐसा करने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई होना चाहिए।
सोशल मीडिया में कल से कथित ठेकेदार एसोसिएशन की ओर राज्य हाईकोर्ट को लिखे गए कथित पत्र के आधार पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ट्वीट किए। इसके बहाने इन नेताओं ने राज्य की भाजपा सरकार को निशाने पर लिया। पत्र में दावा किया गया है कि प्रदेश में 50 प्रतिशत कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है। इस पत्र में शिकायतकर्ता के रूप में ज्ञानेन्द्र तिवारी नाम के व्यक्ति का और पता ग्वालियर के बसंत विहार कालोनी लश्कर का जिक्र था। लेकिन मीडिया और पुलिस प्रशासन की पड़ताल में इस तरह का न तो कोई व्यक्ति मिला और न ही कोई संगठन मिला। (वार्ता)

