प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘विजय संकल्प शंखनाद’ रैली में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत को करारा जवाब देते हुए कहा कि हमने बिचौलिए की कमाई बंद की तो इनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। ये नाराज होकर लाठी से मोदी का सिर फोड़ने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा, मोदी गरीब का बेटा है, सिर ऊंचा रखकर चलता है। इन धमकियों से मैं डरने वाला नहीं हूं।
गौरतलब है कि राजनांदगांव में एक चुनाव सभा में नेता प्रतिपक्ष डा. महंत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि हमें प्रधानमंत्री मोदी का सिर फोड़ने वाला आदमी चाहिए। इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने महंत का नोटिस भी दिया और बीजेपी ने तगड़ा विरोध दर्ज किया। काफी विरोध के बाद महंत बैकफुट पर आए। उन्होंने छत्तीसगढ़िया मुहावरे को गलत समझे जाने के लिए खेद भी जताया था। बस्तर में ‘विजय संकल्प शंखनाद’ रैली में मोदी ने कहा, गरीबों को जिन्होंने लूटा उन्हें सजा मिलनी चाहिए। कोई घर में घुस आए और लूटपाट करने लगे तो परिवार का हर सदस्य भिड़ जाता है। मोदी के लिए तो मेरा भारत मेरा परिवार है।
भानपुरी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मोदी की रक्षा देश के करोड़ों लोग करेंगे। हमने जब से घोटालेबाजों का रास्ता रोका, बिचौलियों की कमाई बंद की तब से इनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भ्रष्टाचार किया। यहां के लोगों के साथ धोखा किया, उनकी जांच चल रही है। अपने देश को अपने परिवार को लूटपाट से बचाने में जुटा हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस की सरकार के समय भ्रष्टाचार ही देश की पहचान बन गई थी। इससे सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का होता है। 2014 से पहले लाखों-करोड़ों रु पए के घोटाले होते थे। कांग्रेस की सरकार में दिल्ली से 1 रु पए निकलता था और सिर्फ 15 पैसा लोगों तक पहुंचता था। यह बात कांग्रेस के ही प्रधानमंत्री ने कही थी। मोदी ने कहा, भाजपा सरकार ने 10 साल में 34 लाख करोड़ रु पए सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजे हैं। उन्होंने कहा, 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद मोदी ने कांग्रेस की लूट की लाइसेंस से कैंसिल कर दिया है और यह लाइसेंस इसलिए खत्म हुआ क्योंकि आप सभी के आशीर्वाद से मुझे लाइसेंस मिला था। जब उनकी दुकान बंद हुई और उनका लाइसेंस चला गया तब मोदी को गाली देने लगे।
मोदी ने कहा, इस बार रामनवमी पर अयोध्या में हमारे रामलला टेंट में नहीं, बल्कि भव्य मंदिर में दशर्न देंगे। 500 साल बाद यह सपना पूरा हुआ है। इसकी सबसे अधिक खुशी राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ को होना स्वाभाविक है।