प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि ‘शहजादे द्वारा माओवादियों की भाषा बोलने’ के कारण कोई भी उद्योगपति कांग्रेस शासित राज्यों में निवेश करने से पहले 50 बार सोचेगा। मोदी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर वंशवादी राजनीति को संरक्षण देने और लोकसभा सीट को ‘खानदानी जयदाद’ मानने का भी आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने गांधी पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा, कांग्रेस के शहजादे द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा किसी भी उद्योगपति को पार्टी द्वारा शासित राज्यों में निवेश करने से पहले 50 बार सोचने पर मजबूर कर देगी।
शहजादे माओवादियों की भाषा बोल रहे हैं और नए-नए तरीकों से पैसा वसूल रहे हैं। इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने शनिवार को नई दिल्ली में कहा था, मैं प्रधानमंत्री मोदी से कभी भी और कहीं भी बहस करने के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि वह नहीं आएंगे। पहला सवाल मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछूंगा कि अडाणी के साथ उनका क्या रिश्ता है। गांधी ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री कांग्रेस को अडाणी-अंबानी से ढेर सारा पैसा मिलने की बात करते हैं, लेकिन उनमें इसकी जांच कराने की हिम्मत नहीं है।’ जमशेदपुर की रैली में मोदी ने भाजपा के विद्युत बरन महतो के लिए प्रचार किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने नक्सलियों की रीढ तोड़ दी है, लेकिन कांग्रेस और झामुमो ने ‘धन उगाही’ की जिम्मेदारी ली है।