अगले साल 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर में राम लला विराजमान की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों होगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र को मिलकर श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने का निमंतण्रदिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया है और दशहरा के दिन से ही पूजा पाठ शुरू हो गया है, जो जनवरी तक चलेगा। जनवरी में ही राम लला विराजमान की स्थापना की जाएगी। जनवरी से ही राम मंदिर आम जनता के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी तय की गई है। 14 जनवरी से राम मंदिर में अखंड पाठ शुरू हो जाएगा, जो 24 जनवरी तक चलेगा। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे।
नए मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री के कर कमलों से होगा। यह बात ट्रस्ट की तरफ से पहले भी आ चुकी है। बुधवार को ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से मिलकर आधिकारिक तौर पर उन्हें न्यौता दिया है। आज ट्रस्ट के सदस्य चंपत राय, नृपेन्द्र मिश्र, तेजावर मठ के शंकराचार्य जगद्गुरु मतवाचार्य, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव महाराज ने प्रधानमंत्री के आवास जाकर उन्हें निमंतण्रपत्र सौंपा।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझे मिलने आए। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने का निमंतण्रदिया है। मैं खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में मैं इस ऐतिहासिक अवसर पर साक्षी बनूंगा। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच अगस्त, 2020 को मंदिर का शिलान्यास किया था। अब उन्हीं के हाथों प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। हालांकि मंदिर का निर्माण पूरा होने में अभी लगभग एक साल और लगेगा।