बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती रविवार को 74 वर्ष के हो गए। 16 जून 1950 को कोलकाता शहर में जन्मे मिथुन चक्रवर्ती (मूल नाम ) गौरांग चक्रवर्ती ने स्नातक की शिक्षा कोलकाता के मशहूर स्कॉटिश चर्च से पूरी की। मिथुन चक्रवर्ती अपने जीवन के शुरूआती दौर में वामपंथी विचारधारा से काफी प्रभावित रहने के कारण नक्सलवाद से जुड़े रहे लेकिन अपने भाई की असमय मृत्यु से उन्होंने नक्सलवाद का रास्ता छोड़ दिया और पुणो फिल्म संस्थान में दाखिला ले लिया। निर्देशक मृणाल सेन की नजर मिथुन पर पड़ी थी। लड़कियों के साथ फ्लर्ट करने का मिथुन का अंदाज मृणाल को पसंद आया और दो साल बाद उन्होंने अपनी फिल्म ‘मृगया’ के लिए मिथुन को कास्ट कर लिया।
वर्ष 1976 में प्रदर्शित फिल्म ‘मृगया’ बतौर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के सिने करियर की पहली फिल्म थी। फिल्म में उन्होंने एक ऐसे संथाली युवक मृगया की भूमिका निभाई जो अंग्रेजी हूकुमत द्वारा अपनी पत्नी के यौन शोषण के विरूद्ध आवाज उठाता है ।
फिल्म में उन्हें दमदार अभिनय के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अवॉर्ड को लेने के लिए दिल्ली जाने के लिए मिथुन के पास पैसे नहीं थे। उन दिनों रेखा दिल्ली में फिल्म की शूटिंग करने जा रही थीं। उन्होंने अपना स्पॉटबॉय बनाकर फ्लाइट में उनका टिकट बुक करवाया और मिथुन को लेकर दिल्ली गईं। फिल्म मृगया की सफलता के बावजूद मिथुन चक्रवर्ती को बतौर अभिनेता काम नहीं मिल रहा था । आासन तो सभी देते लेकिन उन्हें काम करने का अवसर कोई नही देता था । इस बीच मिथुन चक्रवर्ती को दो अंजाने, फूल खिले है गुलशन गुलशन जैसी कुछ फिल्मों में छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला लेकिन इन फिल्मों से उन्हें कोई खास फायदा नहीं पहुंचा ।
वर्ष 1979 में मिथुन चक्रवर्ती को रविकांत नगाईच की फिल्म ‘सुरक्षा’ में काम करने का मौका मिला जो उनके सिने करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई। मारधाड़ और एक्शन से भरपूर इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती एक जासूस की भूमिका में थे । उनका यह अंदाज सिने प्रेमियों को काफी पसंद आया ।