जौ का रस को जौ की घास से बनाया जाता है, जिसे सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. यह एक सुपरफूड है, जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है और कई बीमारियों से बचाने में भी मदद करता है. जौ का रस विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट और एंजाइमों का एक अच्छा स्रोत माना जाता है. यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, पाचन में सुधार करने, दिल की सेहत को बढ़ावा देने और बढ़ते वजन को कम करने में भी मदद कर सकता है. ऐसे में इससे होने वाले फायदों के बारे में जानना बेहद जरूरी है.
जौ के रस के फायदे
जौ का जूस कैल्शियम और मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों की सेहत के लिए जरूरी होता है. यह हड्डियों को मजबूत बनाने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है.
यह शरीर से टॉक्सिंस सब्सटेंस को बाहर निकालने में मदद करता है. इसमें क्लोरोफिल होता है, जो एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है. यह लीवर और किडनी को बेहतर बनाने में भी मददगार साबित हो सकता है.
जौ फाइबर से भरपूर होता है, जिससे कब्ज की समस्या से राहत मिलती है. साथ ही डाइजेशन ठीक रहता है.
इसमें विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. यह संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में शरीर की क्षमता को बढ़ाता है.
इससे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. यह दिल की बीमारी और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में भी मददगार साबित होता है. इससे बढ़ते वजन को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे मोटापे की समस्या नहीं होती है. यह त्वचा को हाइड्रेटेड रखने, झुर्रियों को कम करने और बालों को मजबूत और चमकदार बनाने में मदद करता है.
कैसे बनाएं जौ का जूस?
सबसे पहले जौ का रस बनाने के लिए ताजी जौ घास या जौ घास पाउडर लें. जौ घास को धो लें और इसे छोटे टुकड़ों में काट लें. एक ब्लेंडर में जौ घास, पानी और अपनी पसंद के फल या सब्जियां डालें. इसे चिकना होने तक ब्लेंड करें. इसका सेवन करें. जौ घास को अपने बगीचे में उगा सकते हैं या इसे खरीद सकते हैं.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी को प्रदान करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.