नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को ‘सूचीबद्ध आतंकवादी’ अर्श डल्ला और कई खूंखार गैंगस्टरों से जुड़े 53 स्थानों पर छापेमारी की। पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में मारे गए छापों के दौरान पिस्तौल, गोला-बारूद, बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। एनआईए का कहना है कि यह एक्शन आतंकवादियों-गैंगस्टरों-ड्रग तस्करों के गठजोड़ पर लिया गया है। बुधवार सुबह शुरू हुई कार्रवाई के दौरान कुल 53 स्थानों पर छापे मारे गए।
अर्श डल्ला के अलावा, इन छापों में एनआईए की जांच के दायरे में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, सुक्खा दुनेके, हैरी मौर, नरेंद्र उर्फ लाली, काला जठेरी, दीपक टीनू आदि शामिल हैं। अगस्त 2022 से पांच मामलों के पंजीकरण के बाद एनआईए द्वारा शुरू की गई इस तरह की कार्रवाई की सीरीज में ये सातवीं कार्रवाई थी, जिसमें जुलाई 2023 में संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ दर्ज किए गए दो नए मामले भी शामिल थे। ये मामले लक्षित हत्याओं की साजिशों, समर्थकों की आतंकी फंडिंग से संबंधित हैं। दावा किया गया कि खालिस्तानी संगठन, गैंगस्टर जबरन वसूली में लिप्त हैं। इनमें से कई विभिन्न जेलों में बंद हैं या पाकिस्तान, कनाडा, मलयेशिया, पुर्तगाल और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों से रहकर काम कर रहे हैं।
आतंक-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर गठजोड़ को खत्म करने के उद्देश्य से आज की छापेमारी का फोकस विभिन्न कट्टर गिरोहों और उनके गुर्गों से जुड़े हथियार आपूर्तिकर्ताओं, फाइनेंसरों और रसद प्रदाताओं पर था। ये गिरोह पाकिस्तान, यूएई, कनाडा, पुर्तगाल आदि देशों में स्थित ड्रग तस्करों और आतंकवादियों के साथ काम कर रहे हैं। एनआईए की जांच से पता चला है कि साजिशें विभिन्न राज्यों की जेलों में रची जा रही थीं और विदेशों में स्थित गुर्गों के एक संगठित नेटवर्क द्वारा इन्हें अंजाम दिया जा रहा था।
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