इस्कॉन ने बीजेपी सांसद मेनका गांधी को उनके हालिया कसाइयों को गाय बेचने वाले विवादास्पद बयान के लिए 100 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा है। इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा कि इस्कॉन पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कानूनी तौर पर मामले को अंत तक आगे बढ़ाएगा। मेनका गांधी की टिप्पणियां दुर्भाग्यपूर्ण थीं और दुनिया भर में इस्कॉन भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचीं। एक सांसद बिना किसी सबूत के इस्कॉन के बारे में कैसे झूठ बोल सकती है?
उन्होंने कहा कि वह अनंतपुर गौशाला गई थीं, लेकिन वहां के लोगों को याद नहीं है कि मेनका गांधी वहां गई थीं। इसलिए घर पर बैठकर वह ये बेबुनियाद आरोप लगा रही हैं। पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी का एक वीडियो हाल ही में वायरल हुआ था जिसमें बीजेपी सांसद ने इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) को देश का सबसे बड़ा धोखेबाज बताया था। वे गौशालाएं स्थापित करते हैं और इन गौशालाओं को चलाने के लिए सरकार से लाभ प्राप्त करते हैं। इसके लिए उन्हें बड़ी जमीन मिलती है। मैंने उनकी अनंतपुर गौशाला का दौरा किया। वहां एक भी सूखी गाय मौजूद नहीं थी। सभी डेयरियां थीं। वहां कोई बछड़ा भी नहीं था, जिसका मतलब है कि सभी गायें बेच दिए गए।
मेनका ने कहा कि इस्कॉन अपनी गायों को कसाइयों को बेच रहा है। वे (इस्कॉन) जितना करते हैं उतना कोई और नहीं करता है। और वे सड़कों पर ‘हरे राम हरे कृष्ण’ करते हैं। वे यह भी कहते हैं कि उनका जीवन दूध, दूध पर निर्भर है। दूध, दूध। किसी ने भी इतनी गायें कसाईयों को नहीं बेचीं जितनी इस्कॉन ने बेचीं। अगर ये लोग ऐसा कर सकते हैं, तो दूसरों के बारे में क्या?