अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर सिंह ने कहा, बिहार और केंद्र में डबल इंजन सरकार होने के बावजूद बिहार के साथ अन्याय हो रहा है
sanchartimes.news : बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला, जबकि सरकार ने ज़मीनी समस्याओं जैसे रोजगार, किसान की स्थिति और बढ़ती महंगाई पर ध्यान नहीं दिया, मनोज सिंह सिंह ने उठाया सवाल- कहा कि सरकार बिहार की जनता को उलझाकर रख रही है और भूमि सर्वेक्षण के मामले में समय बर्बाद कर रही है।
उन्होंने उदाहरण के तौर पर केंद्रीय वित्त आयोग की ओर से बिहार को मिलने वाली राशि में कटौती का जिक्र किया, जिससे बिहार को 15वें वित्त आयोग के पहले वर्ष में 21,000 करोड़ का नुकसान हुआ। योजना एवं विकास विभाग के अनुसार, इस कटौती के कारण पिछले आठ वर्षों में बिहार को लगभग 61,500 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा।
मनोज सिंह ने कहा कि अगर डबल इंजन सरकार वास्तव में बिहार के विकास के लिए गंभीर होती, तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल चुका होता। उनका यह भी कहना था कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है।