मध्य गाजा में रविवार तड़के हुए इस्रइली हवाई हमले में 19 लोगों की मौत हो गई। फिलिस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस्रइल ने ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ युद्ध का दायर बढ़ाते हुए उत्तरी गाजा और दक्षिणी बेरुत में बमबारी तेज कर दी है। इस्रइल सात अक्टूबर को हमास के हमले के करीब एक साल बाद भी उससे लड़ रहा है और उसने लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है। रविवार तड़के मध्य देर अल-बला शहर के मुख्य अस्पताल के समीप एक मस्जिद में शरण लेने वाले विस्थापित लोगों पर हमला किया गया।
इस्रइल ने सबूत उपलब्ध कराए बिना कहा कि उसने हमास के कमांड एवं नियंतण्रकेंद्र को निशाना बनाया है। अस्पताल के रिकॉर्ड से पता चलता है कि हमले में मारे गए मृतक पुरुष थे। दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। इस्रइली सेना ने अभी मस्जिद पर हमले के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है।
इस बीच, सेना ने उत्तरी गाजा के जबालिया में नए सिरे से हवाई और जमीनी आक्रमण शुरू करने की घोषणा की, जहां इस्रइल की स्थापना के आसपास 1948 के युद्ध के घनी आबादी वाले शरणार्थी शिविर स्थित हैं। उसने कई तस्वीरें और वीडियो प्रसारित की हैं जिनमें इलाके की ओर जा रहे कई टैंक दिखाई दे रहे हैं। सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने जबालिया को घेर लिया है। इस्रइल ने उत्तरी गाजा को खाली करने का भी ताजा आदेश जारी किया है जो युद्ध के शुरुआती हफ्तों में काफी हद तक खाली हो गया था। अनुमान है कि कठिन परिस्थितियों और बड़े पैमाने पर विनाश के बावजूद 3 लाख लोग वहां रह रहे हैं। सेना ने इलाके में गिराए पचरें में कहा, हम युद्ध के नए चरण में हैं। इन इलाकों को खतरनाक युद्ध क्षेत्र माना जाता है। फिलिस्तीनी निवासियों ने उत्तरी गाजा में भारी बमबारी किये जाने की खबर दी है। स्थानीय पत्रकारों ने बताया कि जबालिया में एक घर पर बमबारी में उनका एक सहकर्मी हसन हम्द मारा गया। फिलिस्तीन स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन ताजा हमलों से गाजा में फिलिस्तीनियों की मृतक संख्या अब 42,000 के करीब पहुंच गई है। मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि इनमें से कितने आम नागरिक और आतंकवादी हैं, लेकिन मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।