
ST.News Desk : कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी अटकलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि सत्ता परिवर्तन पर कोई भी निर्णय सामूहिक बातचीत के बाद ही होगा। बंगलूरू में मीडिया से बातचीत में खरगे ने कहा कि इस मुद्दे पर राहुल गांधी, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और पूरा हाईकमान मिलकर निर्णय लेगा।

कांग्रेस सरकार ने हाल ही में अपने पांच साल के कार्यकाल का आधा सफर पूरा किया है। चुनाव से पहले ढाई-ढाई साल सत्ता साझा करने के संकेत मिले थे, जिसके बाद अब नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा तेज़ है, हालांकि पार्टी ने इसकी कभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की।
उधर, डीके शिवकुमार ने सोशल मीडिया पर लिखा—“वचन की ताकत ही सबसे बड़ी ताकत है। जो कहा है, उस पर चलना चाहिए”—जिसे राजनीतिक संदेश माना जा रहा है। वह 29 नवंबर को सोनिया गांधी से मुलाकात भी करने वाले हैं।
इसी बीच कांग्रेस विधायक के.एन. राजन्ना ने कहा कि अगर नेतृत्व पर विवाद है तो विधानसभा भंग कर दोबारा चुनाव कराया जाए। उन्होंने सिद्धारमैया को पूरा कार्यकाल देने का समर्थन किया और गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर का नाम भी विकल्प के रूप में सुझाया।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पूरे विवाद को “अनावश्यक बहस” बताया, जबकि शिवकुमार ने इस्तीफे की खबरों को अफवाह करार दिया। सूत्रों के अनुसार, हाईकमान कुछ दिनों में अंतिम फैसला ले सकता है।

