राम रेड्डी के निर्देशन में बनी मनोज बाजपेयी की फिल्म द फैबल 38वें लीड्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल यूके में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म बन गई है। इस बारे में मनोज का कहना है कि यह भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का क्षण है। अपनी कला से लोगों का दिल जीतने वाले मनोज ने कहा, मैं फिल्म द फैबल का हिस्सा बनकर और इसे वैिक स्तर पर दर्शकों के बीच लोकप्रिय होते देखकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
निर्देशक राम रेड्डी के निर्देशन ने इसमें जादुई रंग भरते हुए इसमें गहराई ला दी। प्रताप रेड्डी, जूही अग्रवाल, गुनीत मोंगा कपूर और अचिन जैन के साथ काम करना एक बेहतरीन अनुभव रहा है। उन्होंने आगे कहा, मेरे सह-कलाकार प्रियंका बोस, दीपक डोबरियाल और तिलोत्तमा शोम ने इस यात्रा में असाधारण प्रतिभा का परिचय दिया। लीड्स में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीतना न केवल हमारी फिल्म के लिए जीत है, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी गर्व का क्षण है। मुझे उम्मीद है कि ‘द फैबल‘ दुनिया भर के लोगों को प्रेरित और प्रभावित करती रहेगी।
यह पुरस्कार ‘द फेबल’ की हालिया सफलता के बाद दिया गया है, जिसमें बर्लिन फिल्म फेस्टिवल 2024 में इसका वि प्रीमियर और 2024 मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल में विशेष जूरी पुरस्कार शामिल है। निर्देशक राम रेड्डी ने कहा, लीड्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल एक खास और दिल से जुड़ी फिल्मों का संग्रह है। यह एक एकेडमी अवार्ड योग्य फेस्टिवल है, जो फिल्म निर्माताओं के लिए एक बड़े सम्मान की बात है। इस साल फेस्टिवल में 250 फिल्में दिखाई गईं। उन्होंने कहा, मुझे 38वें लीड्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल यूके में प्रीमियर के लिए ‘द फैबल’ को व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत करने का मौका मिला।