
ST.News Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को महाकुंभ पर राजद प्रमुख लालू यादव की टिप्पणी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जंगलराज में शामिल लोग हिंदू आस्था और विश्वास से नफरत करते हैं। मोदी ने इस दौरान महाकुंभ को भारत की आस्था, एकता और समरसता का सबसे बड़ा महोत्सव बताया और कहा कि इस समय प्रयागराज में एकता का महाकुंभ चल रहा है, जहां लाखों लोग स्नान कर चुके हैं।

मोदी ने यह भी कहा कि जो लोग राम मंदिर से चिढ़ते हैं, वे महाकुंभ को भी नकारने का कोई मौका नहीं छोड़ते। उन्होंने यह टिप्पणी लालू यादव के हालिया बयान के बाद की, जिसमें उन्होंने महाकुंभ को “अर्थहीन” बताया था। मोदी ने इसे “जंगलराज” से जोड़ते हुए कहा कि बिहार कभी भी ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि एनडीए सरकार भारत की गौरवशाली विरासत को बचाने और भविष्य के लिए एक मजबूत नींव बनाने के लिए काम कर रही है, जबकि जंगलराज वाले लोगों को हमारी धरोहर और आस्था से नफरत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के लिए ‘पीएम धन धान्य योजना’ की घोषणा की
मोदी ने अपने संबोधन में भारत के कृषि क्षेत्र के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि दुनिया की हर रसोई में भारत के किसानों द्वारा उगाया हुआ कोई न कोई उत्पाद हो। इस सपने को पूरा करने के लिए इस वर्ष के बजट में ‘पीएम धन धान्य योजना’ की घोषणा की गई है। इसके तहत 100 जिलों में फसल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, भारत के कृषि निर्यात में बढ़ोतरी और किसानों को अधिक कीमत मिलने की दिशा में सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि अब बारी बिहार के मखाने की है, जिनका कृषि निर्यात बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा।
