ST.News Desk : कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने शुक्रवार को संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन पर अपनी प्रतिक्रिया देकर विवाद खड़ा कर दिया। सोनिया ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं…वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।” सोनिया के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा।
भजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी की टिप्पणी की कड़ी निंदा की और कहा कि उन्हें राष्ट्रपति मुर्मू और भारत के आदिवासी समुदाय से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिना नाम लिए सोनिया गांधी पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस और आपदा दोनों अहंकार की पराकाष्ठा के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के शाही परिवार का अहंकार आज देश ने फिर देखा है।” प्रधानमंत्री ने द्रौपदी मुर्मू के भाषण की तारीफ करते हुए कहा कि वह हिंदी उनकी मातृभाषा नहीं होने के बावजूद बेहतरीन भाषण देने में सफल रहीं, जबकि कांग्रेस के एक सदस्य ने राष्ट्रपति को “boring” और दूसरे ने उन्हें “poor thing” कहा।
प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी मां सोनिया गांधी राष्ट्रपति मुर्मू का बहुत सम्मान करती हैं। प्रियंका ने यह भी कहा कि मीडिया ने उनकी मां की बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया। उन्होंने कहा, “मेरी मां 78 साल की बुजुर्ग महिला हैं। उन्होंने केवल यह कहा था कि राष्ट्रपति इतना लंबा भाषण पढ़कर थक गई होंगी। वह महिलाओं का बहुत सम्मान करती हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसे इस तरह प्रस्तुत किया गया।”
यह विवाद सोनिया गांधी के बयान के बाद और बढ़ गया है, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू के थकने के संदर्भ में कहा था कि वह बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं।