
हैदर अली
रोहतास ब्यूरो (संचारटाइम्स.न्यूज)

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा के दौरान रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड अंतर्गत बरताली गांव के समीप ग्रामीणों ने काले झंडे के साथ मुख्यमंत्री का पुतला जलाया। शिवसागर चेनारी मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण अपनी मांगों के समर्थन में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे थे। किसान संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीणों ने कहा कि सरकार जमीन मुआवजे की राशि वर्तमान दर पर नहीं दे रही है। बसावरी व व्यावसायिक भूमि को भी कृषि भूमि के दर पर लिया जा रहा है और बिहार सरकार के आवंटित भूमि का भी उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।
हमारी मांग है कि वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ सर्विस लेन के साथ-साथ सिंचाई नाले का निर्माण कराया जाए। जिससे एक्सप्रेसवे के किनारे कृषि योग्य भूमि को सिंचाई सुविधा मिल सके। इस दौरान विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे किसान संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहा कि भारतमाला परियोजना के तहत चेनारी प्रखंड के सैकड़ो ग्रामीणों की जमीन सरकार द्वारा अधिग्रहित की जा रही है, लेकिन जमीन का मुआवजा 2012 की दर पर हीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में जमीन मुआवजे की नीति बिल्कुल गलत है। कृषि, व्यावसायिक एवं रिहायशी भूमि को एक ही मापदंड पर मुआवजा दिया जा रहा है, जबकि सरकार को सर्वे करा कर अलग-अलग मुआवजे का प्रावधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर विगत 1 वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं और कैमूर जिले में भी हमारे साथी धरने पर बैठे हैं, लेकिन हमारी मांगों को अनसुना किया जा रहा है। अगर हमारी मांगों को अनसुना किया गया तो हमारे पास सिर्फ आंदोलन का विकल्प हीं रह गया है और आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक की हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता।
