रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विधानसभा में विास मत से एक दिन पहले रविवार को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। सोरेन ने मुख्य सचिव एल. खियांग्ते, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अजय कुमार सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा,‘अपराध मुक्त झारखंड हमारी सरकार की प्राथमिकता है।’ सोरेन ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को अपराध नियंतण्रके लिए सभी आवश्यक संसाधन जुटाने का निर्देश दिया है।
उन्होंने अधिकारियों को रांची, दुमका, धनबाद, गिरिडीह, जमशेदपुर और हजारीबाग में अपराध नियंतण्रपर विशेष ध्यान देने को कहा है। सोरेन ने कहा कि जब इन जिलों में अपराध की घटनाएं घटती हैं, तो पूरे राज्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि जेलों से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गिरोहों की पहचान की जाये और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये।उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से जुड़े मामलों का जायजा लिया और रांची में जेएसएससी भवन में हुई तोड़फोड़ की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन के निर्देश दिये। राज्य में नवगठित चंपई सोरेन सरकार सोमवार को विधानसभा में विास मत का सामना करेगी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन को धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री का पदभार संभाला था।