पेश किए गए विश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान बोलते हुए, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा AAP को “कुचलने” की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने दिल्ली सरकार को गिराने के लिए भाजपा द्वारा उनके विधायकों को तोड़ने का प्रयास करने के अपने दावे को दोहराया। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ‘राम भक्त’ होने का दावा करती है, लेकिन उन्होंने अस्पतालों में गरीब लोगों की दवाएं बंद कर दीं।
भाजपा पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे विधायकों से संपर्क करने पर, हमें पता चला कि उन्होंने हमारे सात विधायकों को तोड़ने की कोशिश की। इन विधायकों ने आज सदन में कहा कि उन्होंने (भाजपा द्वारा) संपर्क किया था। जैसा कि राजेश गुप्ता ने कहा, वे (भाजपा) चाहते हैं कि हम एक सबूत दिखाएं। हम सबूत कैसे दिखा सकते हैं? कोई भी व्यक्ति हर समय टेप रिकॉर्डर नहीं रखता। उन्हें लगता है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी (आप) टूट जाएगी। वे केजरीवाल को तो गिरफ्तार कर सकते हैं लेकिन केजरीवाल की सोच को कैसे गिरफ्तार करेंगे?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी, AAP, भाजपा के लिए मुख्य चुनौती है और कहा कि भगवा पार्टी 2029 के लोकसभा चुनावों में हार जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी अपने भविष्य को लेकर डरी हुई है तो सिर्फ आम आदमी पार्टी की वजह से। इसलिए वे आम आदमी पार्टी को तोड़ना चाहते हैं। अगर बीजेपी 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं हारी तो आम आदमी पार्टी निश्चित तौर पर 2029 तक देश को बीजेपी से मुक्त कर देगी। AAP का गठन महज 12 साल पहले हुआ था। देश में लगभग 1,350 पार्टियाँ हैं। AAP ने 26 नवंबर 2012 को अपने पंजीकरण के लिए आवेदन किया था, अब यह भाजपा और कांग्रेस के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
केजरीवाल ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने (भाजपा) आप पर हमला किया और हमारे मंत्रियों को गिरफ्तार किया; देशभर के लोग इस बात से वाकिफ हैं। उन्हें लगता है कि लोग मूर्ख हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि अब पार्कों में चर्चाएं हो रही हैं और लोग पूछ रहे हैं कि ‘क्या पीएम मोदी अरविंद केजरीवाल को कुचलना चाहते हैं’? यहां तक कि बच्चे भी यह सवाल पूछ रहे हैं क्योंकि उन्होंने हमारे कई मंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया है। हमारे नंबर 2, नंबर 3, नंबर 4 जेल में हैं और बातचीत हो रही है कि जल्द ही नंबर 1 को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि AAP पूरे देश में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।