नयी दिल्ली। आबू धाबी के युवराज शेख खालिद बिन मोहम्मद बिनायेद अल नायान ने सोमवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। श्रीमती मुर्मू ने कहा कि उन्हें संयुक्त अरब अमीरात के नेतृत्व की तीसरी पीढ़ी का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। यह उच्च स्तरीय जुड़ाव की उस लंबी परंपरा को जारी रखती है जो संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी के अनुरूप है।
राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण पिछले एक दशक में हमारे ऐतिहासिक लेकिन दूरदर्शी द्विपक्षीय संबंधों में बदलाव आया है। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि युवराज की या के दौरान, हमने सहयोग के नए क्षेाों में कई समझौतों के माध्यम से इस साझेदारी का और विस्तार किया है।
श्रीमती मुर्मू ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में 35 लाख से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं, जिससे लोगों का आपसी संबंध इस रिश्ते का आधार बनता है। उन्होंने उनके कल्याण को सुनिश्चित करने, विशेष रूप से कोविड महामारी के कठिन समय के दौरान की गई विशेष देखभाल के लिए संयुक्त अरब नेतृत्व की सराहना की।
दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात में समन्वित और बहुसांस्कृतिक विरासत वाले समाज हैं, और महात्मा गांधी तथा महामहिम शेख जायद द्वारा दिखाए गए शांति, सहिष्णुता और सछ्वाव का मार्ग हमारे राष्ट्रीय चरिा में गहराई से समाहित है। राष्ट्रपति अमीराती समाज के सभी पहलुओं में महिलाओं की भागीदारी और योगदान को देखकर भी प्रसन्न थे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने प्रदर्शित किया है कि ‘महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास’ समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अधिक प्रभावी परिणाम दे सकता है।