राज्यसभा चुनाव मंगलवार को हुए कर्नाटक से कांग्रेस के तीन उम्मीदवारों और बीजेपी के एक उम्मीदवार ने जीत हासिल की। राज्य की चार राज्यसभा सीटों के लिए पांच उम्मीदवार थे। कांग्रेस के सभी तीन उम्मीदवार – पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, और वर्तमान राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन और जी सी चंद्रशेखर – जीते, भाजपा उम्मीदवार और पूर्व एमएलसी नारायणसा भांडगे चुनाव जीतने में सफल रहे। वहीं, जद (एस) के उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी हार गए। बीजेपी-जेडीएस गठबंधन को झटका लगा क्योंकि कम से कम एक बीजेपी विधायक ने कांग्रेस को वोट दिया।
बीजेपी-जेडीएस गठबंधन की ओर से पांचवा अतिरिक्त उम्मीदवार उतारकर खेला करने की कोशिश की थी। हालांकि, यह सफल नहीं हो पाया। कर्नाटक की 223 सदस्यीय विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर कांग्रेस के पास 133 विधायक हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) के पास क्रमशः 66 और 19 विधायक हैं। अन्य विधायकों की संख्या चार है। राज्यसभा की चार सीट इसके चार सदस्यों – केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (भाजपा) और कांग्रेस के जी सी चंद्रशेखर, सैयद नसीर हुसैन और एल हनुमंतैया की सेवानिवृत्ति के बाद खाली हुई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन को झटका देते हुए भाजपा विधायक एस टी सोमशेखर ने मंगलवार को कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को वोट दिया। भाजपा की ओर से इसकी पुष्टि की गई है। भाजपा नेताओं ने कहा कि सोमशेखर ने कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया और कहा कि पार्टी उनसे निपटने के लिए कानूनी विकल्प तलाशेगी। सोमशेखर भाजपा से नाराज हैं और पार्टी के खिलाफ बगावती रुख अपनाए हुए थे। नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें जानकारी मिली है कि सोमशेखर ने ‘क्रॉस वोटिंग’ की है। मेरा मानना है कि लोग बार-बार धोखा देने को पसंद नहीं करते।’’