
2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन की ओर से खड़े होने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे भारतीय मूल के उद्यमी विवेक रामास्वामी ने कहा कि जासूसी अधिनियम तहत पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगाया गया आरोप अमेरिका के इतिहास में ‘सबसे गैर-अमेरिकी कानून’ है। 2024 में सत्ता में आने पर ट्रंप को माफ करने की बात कहने वाले 38 वर्षीय रामास्वामी ने एबीसी न्यूज को बताया कि बुरे फैसले और अपराध के बीच अंतर है। रामास्वामी ने कहा, मुझे लगता है कि जिस जासूसी अधिनियम के तहत ट्रंप पर आरोप लगाया गया था, वह हमारे इतिहास में सबसे गैर-अमेरिकी कानून है।
ट्रंप पर अमेरिकी जासूसी अधिनियम के 37 उल्लंघनों का आरोप लगाया गया है। इनमें से 31 गुप्त या अति गोपनीय वर्गीकृत दस्तावेजों से संबंधित हैं। उन पर न्याय में बाधा डालने, साजिश रचने, छुपाने और झूठे बयान देने का भी आरोप लगाया गया है, लेकिन उन्होंने खुद को निदरेष बताया है। हाल के कुछ राष्ट्रीय चुनावों में रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में दूसरे स्थान पर रहने वाले रामास्वामी ने कहा कि वह इस बात के पक्ष में नहीं हैं कि रिपब्लिकन फ्रंट-रनर को उनके खिलाफ अभियोगों के कारण दौड़ से बाहर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि देश को त्त्प्रतिशोध से प्रेरित अभियोजन चलाने के बजाय आगे बढ़ने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अपने पूरे अभियान में साथी रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ट्रंप की प्रशंसा करने वाले रामास्वामी ने कहा कि दोनों के बीच नीतिगत मतभेद हैं।

