कांग्रेस ने खुद को सनातन धर्म पर लगातार आ रहे विवादितत बयानों के बाद इस मामले से दूर कर लिया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और डीएमके सांसद ए राजा द्वारा सनातन धर्म को लेकर दी गई विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने बयान देकर कहा कि इन बयानों से कांग्रेस पार्टी सहमत नहीं है।
इस विवादित टिप्पणी के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने गुरुवार को कहा कि पार्टी इन बयानों पर विश्वास नहीं करती है। उन्होंने कहा कि उदयनिधि स्टालिन के बयान से पार्टी सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इस तरह की टिप्पणियों का समर्थन नहीं करती है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म को कम नहीं आंकना चाहिए। संविधान भी इसकी इजाजत नहीं देता है। कांग्रेस पूरी तरह से सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा भारत-इंडिया विवाद के जरिए टकराव पैदा करने की कोशिश कर रही है। चाहे सोना हो या गोल्ड, हिंदी में बोलें या अंग्रेजी में उसकी कीमत नहीं बदलती। भारत के लोगों ने उन लोगों के चेहरे को पहचान लिया है जो इंडिया और भारत के बीच विवाद करना चाहते है।
ये है मामला
सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन के बाद अब डीएमके के नेता ए राजा ने बयान दिया है। डीएमके नेता ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान किया है। ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना एचआईवी से की है। एक बयान में ए राजा ने कहा कि ‘सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है।’ गौरतलब है कि इससे पहले दो सितंबर को डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी, जिसके बाद उनके बयान पर काफी बवाल हुआ था। इस बयान की देश भर में आलोचना की गई है। इस बयान के बाद बीजेपी नेता अमिल मालवीय ने भी ट्वीट कर उनके बयानों की निंदा की थी।
शिकायत हुई दर्ज
डीएमके नेता ए राजा द्वारा की गई टिप्पणी के बाद सुप्रीम कोर्ट में वकील चिराग अनेजा ने इस मामले पर शिकायत दर्ज कराई है। दिल्ली पुलिस से शिकायत दर्ज करा दी है। शिकायत में चिराग ने कहा कि ए राजा ने जानबूझकर सनातन धर्म को एचआईवी और कोढ़ से तुलना की है। चिराग अनेजा ने कहा कि ये हेट स्पीच है।