नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि जब देश के गरीब, किसान, महिलाएं व युवा सशक्त होंगे तभी राष्ट्र शक्तिशाली बनेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार छोटे किसानों को मुसीबतों से बाहर निकालने के लिए निरंतर काम कर रही है और कृषि में सहकारिता को बढावा देना इसी सोच का परिणाम है जबकि पूर्व की सरकारों में किसान के सशक्तीकरण की चर्चा सिर्फ पैदावार व उसकी उपज की बिक्री के इर्द-गिर्द ही सीमित रही।‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद करने के बाद उन्हें संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ वाली इस यात्रा का सबसे बड़ा मकसद है कि कोई भी हकदार सरकारी योजना के लाभ से छूटना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘कई बार जागरूकता की कमी से या दूसरे कारणों से कुछ लोग सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते हैं। ऐसे लोगों तक पहुंचना हमारी सरकार अपना दायित्व समझती है। आज देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी मोदी की गारंटी की बहूत चर्चा हो रही है।’प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पहले की सरकारों में देश में कृषि नीति का दायरा बहुत सीमित था और किसानों के सशक्तीकरण की चर्चा सिर्फ पैदावार और उसकी उपज की बिक्री के इर्दगिर्द ही सीमित रही जबकि किसान को अपने दैनिक जीवन में भांति-भांति की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमारी सरकार ने किसान की हर मुश्किल को आसान करने के लिए चौतरफा प्रयास किए। पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से हर किसान को कम से कम 30,000 रुपये दिए जा चुके हैं।’मोदी ने कहा कि उनके लिए गरीब, किसान, महिलाएं और युवा चार सबसे बड़ी जातियां हैं और जब ये सशक्त होंगी तो एक सशक्त भारत सुनिश्चित होगा।
पिछले दिनों न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तुअर की दाल की ऑनलाइन खरीद किए जाने की घोषणा का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी यह सुविधा तुअर या अरहर दाल के लिए दी गई है लेकिन आने वाले समय में दूसरे दालों के लिए भी इसका दायरा बढ़ाया जाएगा।उन्होंने कहा, ‘हमारा प्रयास है दाल खरीदने के लिए जो पैसा हम विदेश भेजते हैं, वह देश के ही किसानों को मिल सके।’उन्होंने बताया कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के दौरान दो करोड़ से ज्यादा गरीबों के स्वास्थ्य की जांच हुई है और इसी दौरान एक करोड़ लोगों की टीबी की बीमारी की भी जांच हुई है।उन्होंने कहा कि 22 लाख लोगों की सिकल सेल एनीमिया की जांच हुई है और ये सारे लोग गांव, गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज के लोग हैं। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों के साथ संवाद किया। इस दौरान लाभार्थियों ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की सराहना की।पिछले साल 15 नवंबर को इस कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से मोदी ने पूरे देश में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों के साथ नियमित रूप से संवाद किया है। यह यात्रा देश भर में सरकार की प्रमुख योजनाओं की शत प्रतिशत पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जा रही है। इसके तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि केंद्र की योजनाओं का लाभ समयबद्ध तरीके से सभी लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे।