पिछले तीन साल में पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाने के बाद आत्मविास से भरी सनराइजर्स हैदराबाद की टीम रविवार को यहां जब लीग चरण के अपने अंतिम मुकाबले में पंजाब किंग्स के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसकी कोशिश अंक तालिका में शीर्ष दो में जगह बनाने पर होगी। आईपीएल के पिछले तीन सत्र में अंक तालिका में सबसे निचले पायदान पर रही सनराइजर्स की टीम ने इस साल अति-आक्रामक बल्लेबाजी दृष्टिकोण और बेहतरीन गेंदबाजी के साथ खुद को खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में स्थापित किया है।
सनराइजर्स ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ पिछला मैच बारिश से धुल जाने के बाद अंतिम चार में अपनी जगह पक्की की। सनराइजर्स अभी 13 मैचों में 15 अंक के साथ तालिका में तीसरे पायदान पर है। पंजाब किंग्स को हराने के बाद टीम 17 अंक तक पहुंच सकती है। रविवार को खेले जाने वाले एक अन्य मैच में अगर संजू सैमसन की अगुआई वाली राजस्थान रॉयल्स की टीम कोलकाता (केकेआर) नाइट राइडर्स को हराने में सफल रही तो उसके 18 अंक हो जाएंगे और टीम दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगी।
केकेआर का शीर्ष दो स्थान में रहना पक्का है। सनराइजर्स पिछले छह मैचों में सिर्फ दो में जीत दर्ज करने में सफल रही। उसे तीन में हार का सामना करना पड़ा जबकि एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया। टीम के हौसले हालांकि इस बात से बुलंद होगे की गुजरात के खिलाफ बारिश के कारण मैच धुलने से पहले उसमे लखनऊ सुपरजायंट्स (एलएसजी) को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी थी। टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड और अभिषेक शर्मा शानदार लय में हैं और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से विरोधी गेंदबाजों में खौफ पैदा करने में सफल रहे हैं। इसमें हेड ज्यादा आक्रामक रहे है। उनके नाम 11 मैचों में 201.89 की शानदार स्ट्राइक रेट से 533 रन हैं। मौजूदा सत्र में वह विराट कोहली (661 रन) और रुतुराज गायकवाड़ (583 रन) के बाद तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी है।
सनराइजर्स के सलामी बल्लेबाजों का ऐसा दबदबा रहा है कि मध्यक्रम को दबाव का सामना करने का ज्यादा मौका नहीं मिला है। विकेटकीपर हेनरिच क्लासेन के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी से टीम की परेशानी बढी है लेकिन पिछले कुछ मैचों में नीतिश कुमार रेड्डी ने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन किया है। कप्तान पैट कमिंस, भुवनेर कुमार और टी. नटराजन की मौजूदगी में टीम के पास तेज गेंदबाजी में शानदार विकल्प है।
अंतिम चार में जगह बनाने में नाकाम रहने के बाद पंजाब किंग्स के लिए यह मौका खुद को साबित करने का होगा। टीम को इस मैच में कार्यवाहक कप्तान सैम कुरेन के साथ इंग्लैंड के खिलाड़ियों की सेवाएं नहीं मिलेंगी। कुरेन ने राजस्थान रॉयल्स पर पांच विकेट की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई थी। कुरेन के स्वदेश लौटने के विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा सत्र के अपने अंतिम मैच में पंजाब किंग्स का नेतृत्व करेंगे। जितेश के लिए यह फ्रेंचाइजियों पर प्रभाव छोड़ने का मौका हो सकता है, जो अगले साल के आईपीएल से पहले मेगा नीलामी के लिए तैयार हैं।