ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने मंगलवार को दावा किया कि इजरायली बलों और गाजा स्थित हमास आतंकवादियों के बीच चल रहे घोषित युद्ध के बीच इजरायल को ‘सैन्य और खुफिया हार का सामना करना पड़ा है। खामेनेई ने कहा कि उन्हें फिलिस्तीन पर गर्व है और फिलिस्तीनियों का समर्थन करते हैं। लेकिन शनिवार को इज़राइल पर हमास के हमले में ईरान की संलिप्तता से इनकार किया, जिसमें सैकड़ों इज़राइली और विदेशी मारे गए।
हमले के बाद टेलीविजन पर प्रसारित अपने पहले भाषण में खामेनेई ने कहा कि हम उन लोगों के हाथों को चूमते हैं जिन्होंने ज़ायोनी शासन पर हमले की योजना बनाई थी। जो लोग ईरान को इज़राइल पर हमास के हमले से जोड़ते हैं, वे ग़लत हैं। खामेनेई का बयान संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष जनरल द्वारा ईरान को संकट में शामिल न होने की चेतावनी देने के बाद आया है और कहा था कि वह नहीं चाहते कि संघर्ष बढ़े। ईरान ने हमास के प्रति अपने समर्थन को कोई रहस्य नहीं बनाया है और किसी भी संलिप्तता से इनकार करते हुए सप्ताहांत के हमले की सराहना की है।
ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल चार्ल्स क्यू ब्राउन ने अपने साथ ब्रसेल्स यात्रा कर रहे संवाददाताओं से कहा कि हम एक बहुत ही कड़ा संदेश भेजना चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि इसका विस्तार हो और विचार यह है कि ईरान को यह संदेश जोर से और स्पष्ट रूप से मिले।