नई दिल्ली। विपक्षी दलों ने महिला पहलवान विनेश फोगाट के ओलंपिक स्पर्धा से अयोग्य घोषित किए जाने के पीछे ‘षड्यंत्र’ की आशंका जताई और सवाल किया कि अचानक फाइनल मुकाबले से पहले उनका वजन 100 ग्राम कैसे बढ़ा तथा सरकार स्तर पर क्या किया गया है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सिर्फ ‘एक्स’ पर पोस्ट कर देने से काम नहीं चलेगा और देश की बेटी को न्याय मिलना चाहिए। विपक्षी दलों के सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों से वाकआउट भी किया।
विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले वजन अधिक पाए जाने के कारण बुधवार को ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश ने ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। उन्हें आज देर रात स्वर्ण पदक का मुकाबला खेलना था।
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को लोकसभा को अवगत कराया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पेरिस ओलंपिक में पहलवान विनेश फोगाट के प्रतियोगिता से बाहर होने के मामले में आईओए को जरूरी कार्रवाई के लिए कहा है। उनके जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने वाकाउट किया तथा संसद भवन के मकर द्वार पर नारेबाजी की।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विनेश के मामले को लेकर ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, विविजेता पहलवानों को हराकर फाइनल में पहुंचीं भारत की शान विनेश फोगाट का तकनीकी आधार पर अयोग्य घोषित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें पूरी उम्मीद है कि भारतीय ओलंपिक संघ इस निर्णय को मजबूती से चुनौती देकर देश की बेटी को न्याय दिलाएगा। विनेश हिम्मत हारने वालों में से नहीं हैं तथा पूरा भरोसा है कि वह अखाड़े में और अधिक मजबूती से वापसी करेंगी। राहुल गांधी ने कहा, आपने हमेशा देश को गौरवान्वित किया है विनेश। आज भी पूरा देश आपकी ताकत बनकर आपके साथ खड़ा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, इस मुश्किल समय में करोड़ों देशवासी उसी उत्साह के साथ आपके (विनेश) साथ खड़े हैं, जैसा पूरी स्पर्धा के दौरान थे। मेरी बहन, खुद को अकेले मत समझना और याद रखना कि आप हमारी चैम्पियन थीं और आप हमेशा हमारी चैम्पियन रहेंगी। मुझे पूरा भरोसा है कि आप और ज्यादा मजबूत तरीके से वापसी करेंगी। ढेर सारा प्यार। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि विनेश का अयोग्य किया जाना बहुत बड़ा ‘नफरती षड्यंत्र’ है। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, यह चूक कहां हुई, किस स्तर पर हुई। इसको लेकर पूरे देश के मन में प्रश्न है।