अपने पहले ही सीजन में 68 विकेट लेकर बिशन सिंह बेदी के ऑलटाइम रिकॉर्ड को तोड़ देने वाले आशुतोष अमन का जलवा अब क्रिकेट मैदान पर नहीं दिखेगा। उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना लिया है। इसकी सूचना उन्होंने बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) को ईमेल कर दे दी है।
आशुतोष अमन के संन्यास लेने के बाद बिहार को अब नये कप्तान की जरूरत पड़ेगी, जिसके लिए कई दावेदार हैं। बीसीसीआई का घरेलू क्रिकेट सीजन शुरू हो चुका है और रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में बिहार को 11 अक्टूबर को उतरना है। ऐसे में उनकी जगह जो भी लेगा, उसे अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा।
बिहार की 2018-19 में लगभग 18 साल बाद भारतीय क्रिकेट में वापसी हुई थी। तब से हर साल नये और कुछ अनुभवी खिलाड़ियों के साथ आशुतोष ने बिहार को आगे ले जाने का अथक प्रयास किया है। इसमें बीसीए को भी श्रेय दिया जाना चाहिए जिसने इस खिलाड़ी पर पूरा विास जताया।
पिछले छह साल से बिहार क्रिकेट को अपने कंधों पर ले जाने वाले आशुतोष अमन ने इस अवधि में कई उतार-चढाव देखे। लेकिन एमएस धोनी स्टाइल में सही समय पर संन्यास का फैसला किया। बिहार को 2022-23 में प्लेट ग्रुप का चैंपियन बनाकर पहली बार रणजी ट्रॉफी के एलिट ग्रुप में पहुंचाने वाले इस कप्तान का हालांकि पिछले दो सीजन में खुद का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुकूल नहीं रहा, लेकिन उनकी कप्तानी में टीम एलिट ग्रुप में बनी रही।
उन्होंने राष्ट्रीय सहारा से बातचीत में कहा कि अब नई प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। हमने बहुत खेल लिया और सही समय पर संन्यास का फैसला लिया है। उनका मानना है कि इतने दिनों तक बिहारवासियों, बिहार क्रिकेट संघ और गया जिला क्रिकेट संघ का साथ मिला जिसे कभी नहीं भूल पाऊंगा। यह पूछे जाने पर कि अब आप नहीं खेल रहे हैं तो कप्तानी किसे सौंपी जायेगी, 38 साल के आशुतोष अमन ने कहा कि यह फैसला तो सेलेक्टर्स को करना है। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरा विचार है-शकीबुल गनी और बिपिन सौरभ समेत कुछ और प्लेयर हैं जिन्हें कमान सौंपी जा सकती है।
वैभव सूर्यवंशी के बारे में आशुतोष अमन ने कहा कि वह अच्छा खेल रहा है। अग्रेसिव बैटिंग करता है जो आज की डिमांड है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वैभव सूर्यवंशी और आगे जायेंगे और ऐसा पहली बार हो रहा है जब हाल के दिनों में बिहार की ओर से खेलते हुए कोई क्रिकेटर यहां तक पहुंचा है। यह दर्शाता है कि बिहार में प्रतिभा है। आशुतोष भोजपुरी में टीवी पर कमेंट्री कर रहे हैं और इस क्षेत्र में आगे जाने की चाहत रखते हैं। यह पूछने पर कि आप तो मगही क्षेत्र के रहने वाले हैं फिर भोजपुरी में कमेंट्री कैसे कर लेते हैं, के जवाब में आशुतोष अमन ने कहा कि गया जिले के जिस मोहल्ले में हम रहते हैं, वहां हमारे एक पड़ोसी भोजपुरी बोलने वाले हैं। बचपन में उनसे सीखा था। शुरू में कुछ दिक्कत हुई थी पर धीरे-धीरे सब ठीक हो गया।