
हैदर अली
रोहतास ब्यूरो (संचारटाइम्स.न्यूज)

सासाराम में बीते देर रात तक होलिका दहन की पारंपरिक धूम रही। शहर के विभिन्न इलाकों में पारंपरिक तरीके से होलिका दहन का आयोजन किया गया। इस दौरान, इलाके में “होलरी-भांजने” की परंपरा भी धूमधाम से मनाई गई।
होलरी-भांजने की परंपरा में लोग एक लाठी या डंडे के एक सिरे में आग जलाकर उसे भांजते हैं। इस परंपरा को यहां लोग ‘होलरी भांजने’ के नाम से जानते हैं। इस आयोजन के दौरान, जले हुए डंडे से होलरी को जलाया जाता है और लोग रातभर जलते हुए डंडे को भांजते रहते हैं। यह एक खास परंपरा है, जो सासाराम में दशकों से चली आ रही है।
पारंपरिक होलिका दहन के साथ ही होली के त्यौहार की शुरुआत हो गई है, और लोग अब रंगों के इस पर्व की तैयारी में जुट गए हैं।
