
हैदर अली
रोहतास ब्यूरो, (संचार टाइम्स.न्यूज)

सासाराम: सासाराम स्थित एक निजी विश्वविद्यालय में अस्थि रोग विशेषज्ञों का सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें देश भर के कई प्रसिद्ध घुटना प्रत्यारोपण (नी-रिप्लेसमेंट) विशेषज्ञ शामिल हुए। इस मौके पर चिकित्सकों ने घुटने की समस्याओं, उनके इलाज और प्रत्यारोपण से जुड़ी तमाम महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया।
सेमिनार में प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अजीत सहगल (वाराणसी) ने बताया कि घुटने की सामान्य समस्याओं को शुरुआत में दवाओं और अन्य चिकित्सा पद्धतियों से ठीक किया जा सकता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “स्टेज-3 के बाद ही घुटना प्रत्यारोपण पर विचार करना चाहिए।”
डॉ. सहगल ने बताया कि उन्होंने खुद एक मेटल स्ट्रक्चर विकसित किया है, जिसका भारत सरकार से पेटेंट भी मिल चुका है। इस संरचना की मदद से घुटने का प्रत्यारोपण आसान और अधिक प्रभावी तरीके से किया जा सकता है।
सेमिनार के दौरान घुटने के ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों और मॉडल्स को भी प्रदर्शित किया गया, जिससे छात्रों और चिकित्सकों को प्रत्यक्ष रूप से जानकारी मिली।
