
ST.News Desk

टीवी धारावाहिक महाभारत में युधिष्ठिर की भूमिका से घर-घर में पहचान बनाने वाले अभिनेता गजेंद्र सिंह चौहान साइबर ठगी का शिकार हो गए। 69 वर्षीय चौहान अंधेरी पश्चिम, लोखंडवाला-ओशिवारा इलाके में रहते हैं। 10 दिसंबर को उन्हें फेसबुक पर डी-मार्ट के नाम से सूखे मेवों की भारी छूट वाला विज्ञापन दिखाई दिया। लिंक पर क्लिक करते ही उनके मोबाइल पर ओटीपी आया और कुछ ही पलों बाद उनके एचडीएफसी बैंक खाते से 98,000 रुपये डेबिट हो गए।
ठगी का एहसास होते ही गजेंद्र ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की तत्परता से मामला सुलझा
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय चव्हाण और पुलिस निरीक्षक आनंद पगारे के मार्गदर्शन में ओशिवारा पुलिस की साइबर टीम ने तुरंत जांच शुरू की। साइबर उप-निरीक्षक शरद देवरे, सहायक पुलिस निरीक्षक अशोक कोंडे और कांस्टेबल विक्रम सरनोबत ने 1930 हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायत और बैंक स्टेटमेंट की जांच की।
जांच में पता चला कि ठगी की राशि रेज़रपे के जरिए क्रोमा से जुड़े एक खाते में ट्रांसफर हुई थी। पुलिस ने बैंक और संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर ट्रांजैक्शन को समय रहते होल्ड कर लिया। नतीजा यह हुआ कि पूरी 98,000 रुपये की राशि अभिनेता के खाते में वापस कर दी गई। गजेंद्र ने मुंबई पुलिस और ओशिवारा पुलिस को धन्यवाद दिया।
रेडियोग्राफी से सिनेमा तक का सफर
चौहान का जन्म 10 अक्टूबर 1956 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने दिल्ली के रामजस सीनियर सेकेंडरी स्कूल से स्कूली शिक्षा पूरी की और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIMS) से रेडियोग्राफी में डिप्लोमा हासिल किया। मुंबई आकर उन्होंने रोशन तनेजा के एक्टिंग स्कूल में दाखिला लिया।
उनका अभिनय करियर 1983 में टीवी सीरियल पेइंग गेस्ट से शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने रजनी, एयर होस्टेस और अदालत जैसे सीरियल्स और मैं चुप नहीं रहूंगी जैसी फिल्मों में काम किया। हालांकि, उन्हें सबसे ज्यादा पहचान बीआर चोपड़ा के महाभारत में युधिष्ठिर के किरदार से मिली।

