crossorigin="anonymous"> रामराज्य के लिए हमें राम-सीता बनना होगा : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू - Sanchar Times

रामराज्य के लिए हमें राम-सीता बनना होगा : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि एक ओर हमारा देश नित-नई ऊंचाइयों को छू रहा है, चांद पर तिरंगा लहरा रहा है या विस्तर खेल में कीर्तिमान रच रहा है। हमारे देशवासी अनेक नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। दूसरी ओर एक अत्यंत गम्भीर विषय है कुछ दिन पहले नीट की तैयारी कर रहे दो विद्यार्थियों ने अपने जीवन, अपने सपनों अपने भविष्य का अंत कर दिया। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए बल्कि हमें प्रतिस्पर्धा को सकारात्मक रूप से लेना चाहिए हार-जीत तो होती रहती है। स्वर्णिम युग का स्वप्न जो हम देख रहे हैं रामराज्य के लिए हमें राम बनना होगा, सीता बनना होगा।
दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ आई श्रीमती मुर्मू ब्रह्मकुमारी संस्थान के कार्यक्रम शरीक हुई। उन्होंने कहा कि बच्चों पर कंपटीशन का प्रेशर है जितना जरूरी उनका करियर है। उतना ही जरूरी है कि वे जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकें। मुझे लगता है कि इस पाजिटिव थीम की सहायता से हम उन बच्चों की मदद कर सकते हैं जो बच्चे आधी-अधूरी जिंदगी जी कर चले जाते हैं। हर बच्चे में अपनी विशिष्ट प्रतिभा है। अपनी रु चि को जानकर इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। यह युग साइंटिफिक युग है। अभी के बच्चे बहुत शार्प माइंड के होते हैं। थोड़ा धैर्य कम होता है। हमारे ब्रह्मकुमारी परिवार के सदस्य कई बरसों से इस दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मेरी आध्यात्मिक यात्रा में भी ब्रह्मकुमारी संस्था ने मेरा बहुत साथ दिया है। जब मेरे जीवन में कठिनाई थी तब मैं उनके पास जाती थी।
उन्होंने कहा, बच्चे आर्टििफशियल इंजीनियरिंग की बात कर रहे हैं लेकिन यह भी जरूरी है कि दिन का कुछ समय मोबाइल से दूर रहकर भी बिताएं। साइंस और टेक्नोलाजी के साथ आध्यात्मिकता को भी जोड़े तो जीवन आसान हो जाएगा। शारीरिक और मानिसक तत्व के लिए ये बहुत जरूरी है। यह ब्रह्मकुमारी में सिखाया जाता है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुमरू रायपुर के महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय भी पहुंचीं।


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