फिलिस्तीन के चरमपंथी समूह हमास के खिलाफ हमले और तेज करने की इस्रइल की चेतावनी के बावजूद उत्तरी गाजा में रह रहे फिलिस्तीनी नागरिक अन्यत्र चले जाने के आदेश को नहीं मान रहे हैं। इस्रइल के अनुमान के अनुसार, लगभग 3.50 लाख फिलिस्तीनी अब भी उत्तरी गाजा में हैं।
फिलिस्तीनी सहायता कर्मी महमूद शलाबी, उन हजारों लोगों में से हैं जो गाजा पर इस्रइली हमलों के बाद अब तक अपने आप को बचाने में कामयाब हुए हैं और उत्तरी गाजा में ही रह रहे हैं। शलाबी का कहना है कि वह अपना घर खाली नहीं करेंगे। इस्रइल की चेतावनी के बाद दक्षिणी हिस्से की ओर चले जए लोगों में से भी कई अब उत्तरी हिस्से में लौट आए हैं। इस्रइल का कहना है कि वह उत्तरी हिस्से में रहने वाले सभी लोगों को हमास का संभावित ‘सहयोगी’ मानता है। शलाबी ने कहा, दक्षिणी गाजा में भी लगातार बमबारी हो रही है। ऐसे में बेत लाहिया में अपने घर को छोड़कर जाने का कोई मतलब नहीं है। वहीं, इस्रइल लगातार उत्तरी गाजा के 10 लाख से अधिक निवासियों को दक्षिण के हिस्से में जाने के लिए कह रहा है। शलाबी और अन्य बचे लोगों ने कहा, दक्षिण में भीड़भाड़ वाले आश्रयों और पानी तथा भोजन की कमी को देखते हुए उन्होंने यहीं रहने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि घर हो या गाजा में कहीं और जाएं, सभी जगह जान को जोखिम है।
शलाबी ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने वाली संस्था ‘मेडिकल एड फॉर पैलेस्टीनियन्स’ में काम करते हैं। उन्होंने कहा, जब तक इस्रइल दक्षिणी गाजा पर हमले बंद नहीं करता, तब तक यहां से जाना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं अपना घर छोड़ कर जाऊं और दक्षिणी गाजा में किसी आश्रय स्थल में मरूं। आठ माह की गर्भवती 24 वर्षीय इक्खलास अहमद भी उन लोगों में से हैं जो कि इस्रइल की चेतावनी के बाद दक्षिणी गाजा की ओर चले गए थे, लेकिन वहां भी हमले नहीं रुक रहे हैं। उन्होंने अपने परिवार के 14 सदस्यों के साथ जिस जगह आश्रय लिया हुआ था, वहां भी बमबारी की गई। इसके बाद वह उत्तरी हिस्से में वापस आ गईं। उन्होंने कहा, वह एक आवासीय इमारत रह रहे थे, उन्होंने उस पर भी बम गिराए।
युद्धविराम की उम्मीद कर रही अहमद का चार वर्षीय एक बेटा भी है। उन्होंने कहा, हम सभी बहुत डरे हुए हैं। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस्रइली हवाई हमलों में 6,500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 2,000 से अधिक बच्चे और 1,100 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 15,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हमास द्वारा दक्षिणी इस्रइल के शहरों में 7 अक्टूबर को विनाशकारी हमला किए जाने के बाद से इस्रइल ने गाजा की घेराबंदी कर दी है, जिसके कारण 23 लाख लोग भोजन, पानी और दवाइयों की कमी से जूझ रहे हैं।