
संसद की सुरक्षा चूक मामले के चौथे दिन एक और आरोपी महेश कुमावत को अधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसने बृहस्पतिवार की रात ही इस घटना के मास्टरमाइंड ललित झा के साथ सरेंडर किया था। पुलिस ने कुमावत को पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर की अदालत में पेश किया। अदालत ने छठे आरोपी महेश कुमावत को भी सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। हालांकि, पुलिस ने कुमावत की 15 दिन की हिरासत मांगी थी।
पुलिस की ओर से लोक अभियोजक अखंड प्रताप सिंह ने अदालत को बताया कि संसद में हालिया सुरक्षा उल्लंघन की साजिश पिछले दो साल से रची जा रही थी। आरोपी अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को मजबूर कर देश में अराजकता की स्थिति पैदा करना चाहते थे। वह सह आरोपी ललित झा के साथ डिजिटल साक्ष्य को नष्ट करने में शामिल है।
महेश कुमावत के वकील ने 15 दिनों की हिरासत का विरोध करते हुए कहा था कि आरोपी को गिरफ्तारी के आधार के बारे में सूचित नहीं किया गया है। अदालत पांच सह अभियुक्तों सागर शर्मा, मनोरंजन डी., नीलम वर्मा, अमोल शिंदे और ललित झा को पहले ही सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज चुकी है। नीलम के माता-पिता ने अदालत में अर्जी देकर दर्ज प्राथमिकी सौंपने और नीलम से मिलने की अनुमति मांगी है। अदालत ने पुलिस को नोटिस देते हुए अगली सुनवाई सोमवार को सुनिश्चित की है। पुलिस महेश के चचेरे भाई कैलाश को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महेश कुमावत अन्य आरोपियों द्वारा बनाए गए भगत सिंह फैन क्लब पेज का सक्रिय सदस्य था।

