crossorigin="anonymous"> वैश्विक नेतृत्व भी मोदी के फिर से पीएम बनने को लेकर आस्त - Sanchar Times

वैश्विक नेतृत्व भी मोदी के फिर से पीएम बनने को लेकर आस्त

Spread the love

दावोस (भाषा)। वैश्विक नेतृत्व भारत में इस साल होने वाले आम चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिर से सत्ता में आने को लेकर आस्त है । वि आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वाषिर्क बैठक 2024 में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि वि आर्थिक मंच के अध्यक्ष (बोग्रे ब्रेंडे) ने भी सार्वजनिक रूप से कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि वह 2025 में प्रधानमंत्री मोदी को दावोस में पुन: आमंत्रित करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह तथ्य बहुत कुछ बताता है कि वैिक वित्तीय नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी का दावोस में फिर से स्वागत करने को लेकर उत्सुक है। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद वैिक नेता ऐसे समय में उदार और विसनीय भागीदार के रूप में भारत की बात कर रहे हैं, जब कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं की हालत खराब है और समग्र भू-राजनीतिक परिदृश्य विखंडित है। मोदी ने 2018 में यहां डब्ल्यूईएफ की वाषिर्क बैठक में भाग लिया था। उन्होंने 2021 और 2022 में वैिक नेताओं की इस सभा को डिजिटल तरीके से संबोधित किया था। डब्ल्यूईएफ की बैइक में वि भर की सरकारों, व्यवसायों, शिक्षा जगत, कला जगत और संस्कृति जगत और नागरिक समाज के लगभग 3 हजार नेता भाग ले रहे हैं। ईरानी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी न केवल नीतिगत सुधारों को लेकर बल्कि यह सुनिश्चित करने को लेकर भी दृढ रहे हैं कि हमारी विकास गाथा में सामाजिक क्षेत्र को नजरअंदाज न किया जाए।’ मंत्री ने कहा कि समावेशी विकास एजेंडे में भारत के योगदान को दावोस में सराहा जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) क्षेत्र में हमारी डिजिटल क्षमता के अलावा यह तथ्य भी दावोस में चर्चा का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को दिखाया है कि डिजिटल लोकतंत्र कैसे काम करता है।’ ईरानी ने कहा कि दुनिया देख रही है कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन के एजेंडे के तहत भारत में कैसे सामाजिक क्रांति लाई गई और वि इसका अनुकरण करना चाहता है।
एआई (कृत्रिम मेधा) के जरिए गलत सूचना और दुष्प्रचार को दुनिया के समक्ष प्रमुख जोखिम के तौर पर उल्लेख किये जाने पर, ईरानी ने कहा कि भारत ने लोगों को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने के लिए मजबूत पण्राली बनाई है कि उन्हें (लोगों को)फर्जी खबरों के खतरे के बारे में अच्छी तरह से जानकारी मिले। साथ ही कहा कि सरकार और मीडिया दोनों किसी भी गलत सूचना और दुष्प्रचार का भंडाफोड़ करने को लेकर भागीदारी कर रहे हैं।


Spread the love