हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच विभाजन की अटकलों के बीच मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह घटनाक्रम आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सामने आया है। खट्टर ने राजभवन जाकर बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
हरियाणा सरकार में बीजेपी और जेजेपी के बीच चल रही तनातनी के बीच सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी और सरकार समर्थित निर्दलीय विधायकों की बैठक बुलाई। सीएम ने आज सुबह 11:30 बजे बीजेपी और सरकार समर्थित निर्दलीय विधायकों को हरियाणा आवास पर बुलाया। इस बैठक में बीजेपी निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने के फॉर्मूले को लेकर रणनीति की खबर है। 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक, कांग्रेस के 30 और जेजेपी के 10 विधायक हैं। सात निर्दलीय हैं, जबकि इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) और एचएलपी का एक-एक विधायक है।
पीएम मोदी ने खट्टर को लेकर पुराना किस्सा भी सुनाया। मैं और मनोहर लाल पुराने साथी हैं। मनोहर लाल के पास एक मोटरसाइकिल रहती थी। वो उसे चलाते थे। मैं पीछे बैठता था। रोहतक से निकलता था। गुरुग्राम में पहुंचता था। उस समय पूरा सफर मोटरसाइकिल पर गुजरता था। आज मुझे खुशी हो रही है कि हम भी साथ है और आपका भविष्य भी साथ है।