रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के लागू होने से किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं जाएगी, भले ही वह किसी भी धर्म से संबंध रखता हो। उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर इस मुद्दे को लेकर ‘भ्रम पैदा करने’ का आरोप लगाया।
राजनाथ सिंह ने लोकसभा चुनाव में नामक्कल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के पी रामंिलगम के समर्थन में यहां एक रोड शो करने के बाद कहा कि भाजपा ने जो वादा किया, उसे हमेशा पूरा किया और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करना, धारा 370 को निरस्त करना एवं सीएए ऐसे ही वादे थे। उन्होंने कहा, हमने नागरिकता अधिनियम का वादा किया था और हमने इसे पूरा किया। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारत के किसी भी नागरिक की नागरिकता नहीं जाएगी, चाहे वहंिहदू हो, मुसलमान हो, ईसाई हो, पारसी हो या यहूदी हो। उन्होंने कहा, द्रमुक और कांग्रेस इस मामले पर भ्रम पैदा कर रहे हैं। तीन तलाक को समाप्त किए जाने पर उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म की ‘माताएं और बहनें हमारी माताएं और बहनें’ हैं। राजनाथ सिंह ने कहा, किसी भी धर्म की हमारी माताओं और बहनों पर कोई भी अत्याचार होने पर हम उनके साथ खड़े हैं और हमने तीन तलाक को खत्म करके यह साबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है और राम मंदिर समेत अन्य वादों को पूरा किए जाने से यह साबित हो गया है। सिंह ने जनवरी में राम मंदिर में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बारे में कहा, ‘रामलला अपनी कुटिया छोड़कर अपने महल में आ गए हैं।’ उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश ने अर्थव्यवस्था और रक्षा समेत कई क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है। सिंह ने कहा, ‘भारत अब एक कमजोर देश नहीं है।