
ST.News Desk, New Delhi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह Amit Shah ने आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव की जानकारी देते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादी मारे जा चुके हैं। यह कार्रवाई सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा एक संयुक्त ऑपरेशन के तहत की गई।

अमित शाह ने कहा, “मैं सदन को यह बताते हुए बहुत खुश हूं कि मोदी जी के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए आतंकवादियों को भेजने वालों — उनके आकाओं — को भी खत्म कर दिया गया है।”
सदन में चर्चा के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पाकिस्तान पर की गई टिप्पणी पर गृह मंत्री ने तीखा जवाब देते हुए कहा, “अखिलेश जी बैठ जाइए, मेरा पूरा जवाब सुनिए। आप आतंकवादियों के धर्म देखकर दुखी मत होइए।” इसके बाद उन्होंने तंज कसते हुए पूछा, “पाकिस्तान से आपकी बात होती है क्या?” गृह मंत्री ने आगे विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “कल यही लोग पूछ रहे थे कि आतंकी कहां से आए। भाई, जिम्मेदारी हमारी ही है क्योंकि हम सरकार में हैं। पर जब आप सरकार में थे तब आपने क्या किया?”
ऑपरेशन की शुरुआत और कार्रवाई का विवरण
अमित शाह ने बताया कि ऑपरेशन महादेव 15 दिनों की खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किया गया। इसकी शुरुआत 11 जुलाई को बैसरन इलाके में एक चीनी सैटेलाइट फोन की लोकेशन मिलने से हुई थी। 22 जुलाई को आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि होते ही सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने उन्हें घेर लिया।
गृह मंत्री ने ऑपरेशन के दौरान मारे गए आतंकियों के नामों का खुलासा करते हुए कहा कि उनमें से कई पर पहले भी गंभीर आरोप थे और वे चिदंबरम एंड कंपनी के समय की आतंकी घटनाओं में लिप्त रहे हैं।
मारे गए आतंकियों में मोहम्मद यूसुफ अजहर और मोहम्मद जमील के नाम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के बाद एके-47 और एम9 कार्बाइन बरामद हुईं, और घटनास्थल से कारतूस के खोखे भी मिले जिनकी एफएसएल जांच पूरी हो चुकी है। एनआईए ने आतंकियों को पनाह देने वालों को भी गिरफ्तार कर लिया है, और श्रीनगर लाए गए शवों की पहचान आरोपियों से करवाकर पुष्टि भी कर ली गई है।
