crossorigin="anonymous"> कोचस में महा दलित की भूमि पर गेहूं की फसल को रौंदने का विरोध, अशोक बैठा ने उठाया कानून पर सवाल - Sanchar Times

कोचस में महा दलित की भूमि पर गेहूं की फसल को रौंदने का विरोध, अशोक बैठा ने उठाया कानून पर सवाल

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हैदर अली
रोहतास ब्यूरो (संचारटाइम्स.न्यूज)

रोहतास जिले के कोचस आंचल स्थित ग्राम अनहरी में महा दलित को उसकी पर्चाधारी भूमि पर गेहूं की खड़ी फसल को दबंगों के इशारे पर ट्रैक्टर से जोतवाने का प्रयास किया गया। पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में यह घटना हुई, जिसके खिलाफ वहां के फसल लगाने वाले महा दलित पर्चाधारियों ने जोरदार विरोध किया।

विरोध कर रहे किसानों ने यह सवाल उठाया कि आखिर किस कानून के तहत एक साल खड़ी फसल को ट्रैक्टर से रौंदने का आदेश दिया जा सकता है, जबकि हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार वर्षाधारी के पर्चे अभी भी बरकरार हैं। जमाबंदी और लगन रसीद भी 2024-25 तक जारी हैं, और वर्षा की भूमि पर फसल पहले से लगी हुई है।

इस पर अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा के प्रांतीय सचिव अशोक बैठा ने मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों से पूछा कि यह कौन सा कानून है, जो एक कृषि योग्य भूमि पर लगी फसल को इस तरीके से बर्बाद करने की अनुमति देता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विहार टर्मिनल न्यायालय अब जमींदारों और माफियाओं का एक दुकान बन चुका है, जहां वे अपनी मर्जी से निर्णय ले रहे हैं और अपने पक्ष में डिग्री खरीदकर न्यायालय का उपयोग कर रहे हैं।

इस घटना ने इलाके में कानून के शासकीय कार्यप्रणाली और न्यायिक निर्णयों की वैधता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, और महा दलित समुदाय के लोगों ने अपने हक के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।


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