ST.News Desk : झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने चुनावी तैयारियों को लेकर एक आक्रामक रवैया अपनाया है। भाजपा की इस रणनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्य दौरा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा जैसे राष्ट्रीय नेताओं का सक्रिय समर्थन और कई स्थानीय दिग्गज नेताओं की चुनावी तैयारी शामिल है।
भाजपा ने झारखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो सरकार की आलोचना करते हुए ‘मिला क्या’ और ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ जैसे चुनावी अभियानों की शुरुआत की है। पार्टी का मुख्य फोकस झामुमो सरकार के भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और बुनियादी ढांचे के विकास की कमी पर है।
भाजपा के नेता और कार्यकर्ता स्थानीय समुदायों के साथ जुड़ने के लिए रैलियों और बैठकों का आयोजन कर रहे हैं, जबकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी व्यापक प्रचार किया जा रहा है। पार्टी का उद्देश्य एक मजबूत समर्थन आधार बनाना और जेएमएम के प्रभुत्व को चुनौती देना है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि झारखंड में भाजपा और झामुमो के बीच कांटे की टक्कर होगी। हेमंत सोरेन की सरकार भ्रष्टाचार के मामलों और अन्य विवादों के कारण आलोचना का सामना कर रही है, जिससे उनके समर्थकों की संख्या घट सकती है। भाजपा इस अवसर को भुनाने के लिए एक सर्व-समुदाय विकल्प के रूप में खुद को स्थापित करने में लगी है।